Digital Beggar: बिहार के डिजीटल भिखारी राजू के पांच हजार रूपये चोरी, जानें फिर क्या हुआ?

Digital Beggar एक एक्सप्रेस ट्रेन के पैंट्री स्टाफ ने राजू से गले मिलने के बहाने उसके जेब से पांच हजार रुपए ले लिए.इस बात की सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसके पैसा वापस करवा दी.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 7, 2023 7:36 PM

बेतिया स्टेशन पर डिजिटल भिखारी (Digital Beggar) के रूप में राजू की अपनी अलग पहचान है. क्योंकि उसके गले में ‘QR CODE’ की तख्ती हमेशा लटकी रहती है. हाथ में वह टैब भी रखता है.पैसे मांगने पर अगर उसे कोई कहता है कि छुट्टे पैसे नहीं हैं तो राजू बोलता है कि फोन पे दो, गूगल पे कर दो. राजू बिहार का पहला डिजिटल भिखारी है. लेकिन, उसके साथ एक बड़ा हादसा हो गया.एक्सप्रेस ट्रेन का एक पैंट्री स्टाफ ने राजू से गले मिलने के बहाने उसके पांच हजार रुपये उड़ा लिए.इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए चोरी के पांच हजार रुपए बरामद कर राजू को वापस करवा दिया.

रेल डीएसपी पंकज कुमार ने बताया कि उन्हें पता चला कि राजू उनके ऑफिस में चक्कर लगा रहा था.इसकी सूचना मिलने पर मैंने राजू को अपने पास बुलाया उसने अपनी आपबीती बतायी कि उसके पांच हजार रुपये एक एक्सप्रेस ट्रेन के पैंट्री स्टाफ ने राजू से गले मिलने के बहाने उड़ा लिए है.इस धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले को अंदाजा था कि राजू जैसे कमजोर,असहाय,अकेले और बेघर लोगों की पुलिस नहीं सुनेगी और उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा,लेकिन राजू के बात को गंभीरता से लेते हुए डीएसपी ने तत्काल संबंधित ट्रेन के पेंट्री मैनेजर का मोबाइल नंबर पता कराया. मोबाइल नंबर मिलते ही उससे संपर्क किया और इस बाबत जब पूछा तो उसने साफ साफ मना कर दिया.

इधर राजू का स्पष्ट कहना था कि जब पैंट्री स्टाफ उससे गले मिल रहा था उसके पहले तक राजू के पॉकेट में पैसे थे लेकिन थोड़ी ही देर बाद पैसे गायब हो गए.पैंट्री स्टाफ द्वारा राजू के पॉकेट पर हाथ साफ करने की घटना को कुछ लोगों ने भी देखा था. पैंट्री स्टाफ को दो विकल्प दिया गया या तो आते समय वो राजू के पैसे वापस कर दे अथवा कानूनी प्रक्रिया के लिए तैयार रहे.राजू के साथ धोखाधड़ी मामले में खुद रेल डीएसपी द्वारा कॉल करने और पुलिस कार्रवाई की सूचना से डरकर कुछ घंटे बाद धोखाधड़ी करने वाले पैन्ट्री स्टॉफ ने राजू के पैसे वापस लौटा दिए.बताते चले कि राजू करीब दो दशक से बेतिया स्टेशन पर ही अपना गुजर बसर करता है और हाल ही में गले में स्कैनर कोड टांगकर तथा हाथों में टैब लेकर फोन पे के जरिए भीक्षाटन की वजह से काफी सुर्खियां बटोर चुका है.रेल डीएसपी पंकज कुमार कहते है कि राजू एक हार्मलेस इंसान हैं और पूरे स्टेशन परिसर के लोग इनसे प्यार करते हैं.

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