मगध महिला कॉलेज में निवेश के माध्यमों की दी गयी जानकारी
मगध महिला कॉलेज के सेमिनार हॉल में बुधवार को निवेश के माध्यम से वित्तीय सशक्तीकरण विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
संवाददाता, पटना मगध महिला कॉलेज के सेमिनार हॉल में बुधवार को निवेश के माध्यम से वित्तीय सशक्तीकरण विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं और संकाय सदस्यों के बीच सूचित वित्तीय योजना और निवेश रणनीतियों के प्रति जागरूकता पैदा करना था. स्वागत गान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो नागेंद्र प्रसाद वर्मा, सेबी के एजीएम रवि जायसवाल, सहायक प्रबंधक गौतम कुमार, यूटीआइ इंडिया के अमित कुमार, आइक्यूएसी समन्वयक प्रो पुष्पलता कुमारी, कार्यशाला के संयोजक डॉ सुरेंद्र कुमार प्रसाद और आयोजन सचिव डॉ चंदन चंद्र चुन्ना मौजूद रहे. प्राचार्य प्रो नागेंद्र प्रसाद वर्मा ने युवाओं के बीच वित्तीय साक्षरता की बढ़ती आवश्यकता पर बल दिया और इतनी प्रासंगिक कार्यशाला के आयोजन के लिए सेबी की सराहना की. आयोजन सचिव डॉ चंदन चंद्र चुन्ना ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए लंबी अवधि की वित्तीय सुरक्षा में निवेश की भूमिका को रेखांकित किया. मुख्य वक्ता एएमएफआइ के वरिष्ठ सलाहकार और सेबी के पूर्व डीजीएम सूर्यकांत शर्मा ने भविष्य की मौद्रिक सुरक्षा के लिए निवेश के महत्व को समझाया. उन्होंने युवा निवेशकों को सलाह दी कि वे केवल एलआइसी या सावधि जमा (एफडी) जैसे पारंपरिक विकल्पों पर निर्भर न रहें, क्योंकि मुद्रास्फीति के कारण इनका वास्तविक रिटर्न कम हो जाता है. उन्होंने अधिक लाभ के लिए निवेश में विविधता लाने और अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार सोच-समझकर लंबे समय के लिए निवेश करने का सुझाव दिया. वहीं सेबी के एजीएम रवि जायसवाल ने धन सृजन के व्यावहारिक तरीकों और निवेश के विभिन्न अवसरों की जानकारी दी. कार्यशाला के अंत में एक संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें 400 से अधिक छात्राएं और शिक्षक मौजूद रहे.
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