राजनीतिक शुचिता के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे अनुग्रह बाबू
डुमरांव/ब्रह्मपुर : हमारे देश ने सदा नैतिकता, सच्चरित्रता को जीवन का आदर्श माना है. अनुग्रह बाबू ने इस आदर्श को ध्यान मे रखकर राष्ट्र की सेवा की. आधुनिक बिहार के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है. नैतिकता के प्रबल पक्षधर अनुग्रह बाबू राजनीतिक शुचिता के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष करते रहें. उक्त बातें कांग्रेस के वरिष्ठ […]
डुमरांव/ब्रह्मपुर : हमारे देश ने सदा नैतिकता, सच्चरित्रता को जीवन का आदर्श माना है. अनुग्रह बाबू ने इस आदर्श को ध्यान मे रखकर राष्ट्र की सेवा की. आधुनिक बिहार के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है. नैतिकता के प्रबल पक्षधर अनुग्रह बाबू राजनीतिक शुचिता के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष करते रहें.
उक्त बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रो. बलिराज ठाकुर ने ब्रह्मपुर प्रखंड अंतर्गत गायघाट में बिहार विभूति डाॅ अनुग्रह नारायण सिंह की 132वीं जयंती पर आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए कहीं.
प्रो ठाकुर ने कहा कि बिहार के प्रथम उप मुख्यमंत्री बिहार विभूति डाॅ अनुग्रह नारायण सिंह महात्मा गांधी और राजेंद्र बाबू के साथ आजादी की लड़ाई में निर्भयता पूर्वक लड़ते रहें. बिहार केसरी डाॅ श्रीकृष्ण सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में अनुग्रह बाबू की राष्ट्र सेवा को भुलाया नहीं जा सकता.
सादगी और सरलता की प्रतिमूर्ति अनुग्रह बाबू कुछ मायने में बेमिसाल थे. उनकी सादगी और नम्रता उनके कई गुणों में से एक. ठाकुर ने अनुग्रह बाबू को लोकतंत्रीय चेतना का प्रतिरूप बताते हुए कहा कि समस्याओं को हल करने के लिए परस्पर विरोधी विचारों मे समन्वय स्थापित करने की अद्भुत क्षमता उनमें थी.
अध्यक्षता श्याम बिहारी ठाकुर ने की और संचालन पूर्व मुखिया ललन पांडेय ने किया. इस मौक़े पर नारायण सिंह कुशवाहा, रामाकांत सिह, रामनिवास सिंह, संजय दूबे, ठाकुर जी तिवारी, लाल बिहारी सिंह, दीनानाथ राय, श्रीकांत राय ने भी अनुग्रह बाबू की महानता पर विचार व्यक्त किये. डाॅ रासबिहारी ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन किया.