टीम ने बेबी कॉर्न फसल का किया निरीक्षण
कृषि विभाग के फसल विविधिकरण योजना को प्राथमिकता देने के क्रम मे जिले के सिलाव प्रखंड में जलछाजन परियोजना क्षेत्र के पंचायत गोरावां एवं पांकी गांव में किसानों के बीच खेतों में उतरकर बेबी कॉर्न बीज पीएसी 321 का वितरण एवं बुआई की शुरुआत बीते नवंबर 2024 में की गई थी.
By SANTOSH KUMAR SINGH |
April 5, 2025 9:53 PM
कम अवधि में फसल की बंपर पैदावार देख किसान उत्साहित
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बिहारशरीफ. कृषि विभाग के फसल विविधिकरण योजना को प्राथमिकता देने के क्रम मे जिले के सिलाव प्रखंड में जलछाजन परियोजना क्षेत्र के पंचायत गोरावां एवं पांकी गांव में किसानों के बीच खेतों में उतरकर बेबी कॉर्न बीज पीएसी 321 का वितरण एवं बुआई की शुरुआत बीते नवंबर 2024 में की गई थी. बीज वितरण के साथ ही बेबी कॉर्न बीज की बुआई एक एकड़ रकबे में प्रारंभ की गई थी जो अब बढकर 8 एकड़ हो चुकी है एवं कम अवधि में फसल की उपज अच्छी होने से किसान उत्साहित दिख रहे हैं. ऐसे किसानों द्वारा अब इस बीज की मांग की जा रही है. किसानों की उत्सुकता को देखते हुए बेबी कॉर्न का उन्नत बीज डब्लयूडीसी व पीएमकेएसवाई 2.0 परियोजना अंतर्गत उत्पादन प्रणाली घटक के तहत विभिन्न जलछाजन समितियों में उपलब्ध कराई गई है. धीरे-धीरे किसानों के बीच जागरूकता बढ़ती जा रही है और फसल लगाने के प्रति किसान उत्सुक दिख रहे हैं. सिलाव एवं राजगीर के होटल एवं रेस्टोरेंट में उत्पाद सप्लाई किया जा रहा है एवं उपज अधिक होने की स्थिति में अनंतजीत फूड प्राइवेट लिमिटेड चैनपुर हरनौत में सप्लाई किया जा रहा है. शनिवार को सहायक निदेशक शस्य भूमि संरक्षण अजीत प्रकाश, उप परियोजना निदेशक आत्मा नालंदा सह जिला कृषि विपणन पदाधिकारी नालंदा अविनाश कुमार के द्वारा किसानों के खेत का निरीक्षण किया गया एवं उपस्थित किसानों को भुट्टा के बालों के रंग के आधार पर उचित समय में हार्वेस्टिंग के गुर बताए गए ताकि बेबी कॉर्न को उसके उचित आकर में तुड़ाई कर विपणन किया जा सके ताकि किसानों को अधिक से अधिक मूल्य प्राप्ति हो. किसान बेबी कॉर्न की खेती को अपना कर बहुत ही प्रसन्न है एवं उन्हें सामान्य धान व गेंहू की खेती से आमदनी के साथ बेबी कॉर्न की आमदनी में दुगनी से तिगुनी लाभ की प्राप्ति हो रही है.
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