संदिग्ध अवस्था में सहायिका का शव बरामद
स्थानीय गोवाचक गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 18 पर सहायिका के पद पर कार्यरत वृद्ध महिला का शव संदिग्ध अवस्था में उनके ही घर में मिला.
सरमेरा (नालंदा) स्थानीय गोवाचक गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 18 पर सहायिका के पद पर कार्यरत वृद्ध महिला का शव संदिग्ध अवस्था में उनके ही घर में मिला. मृतका गांव निवासी स्व बलदेव रविदास की 60 वर्षीया विधवा कलवा देवी थी. शव मिलने की सूचना पर स्थानीय थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर साकेंद्र कुमार, पुलिस पदाधिकारी सुनीता कुमारी, संजीव कुमार, अजीत ओझा एवं विक्रम कुमार सहित अन्य सशस्त्र बल के जवान घटना स्थल पर पहुंचे. मौके पर फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का गहन निरीक्षण कर जांच के लिए सैंपल अपने साथ ले गई है. वहीं पुलिस ने सड़ी-गली अवस्था में मिली शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ स्थित सदर अस्पताल भेज दिया. शव बरामदगी के बाद पुलिस अधीक्षक भारत सोनी एएसपी नुरुल हक अस्थावां इंस्पेक्टर साकेत कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मुआयना किया एवं गहन जानकारी ली. थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टिया यह हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है. हत्या के बिंदु पर ही घटना की जांच की जा रही है. इधर दिवंगत सहायिका के परिजन भी अपनी ही आंगनबाड़ी की सेविका एवं उनके परिजनों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. घटनास्थल पर पहुंची दिवंगत की शादीशुदा पुत्री चांदनी कुमारी तथा बड़ा बेटा धनेश्वर दास, मंझला बेटा विनोद दास एवं छोटा बेटा राजेश दास का कहना है कि वर्षों से उनकी मां उक्त आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर कार्यरत है. बड़े एवं मंझले पुत्र कोलकाता में तथा छोटा पुत्र चेन्नई में रहकर मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन कोपार्जन करते हैं. लंबे समय से अपने-अपने बाल बच्चों के साथ तीनों भाइयों के प्रदेश चले जाने के कारण बूढी मां अकेले घर में रहकर आंगनबाड़ी कार्य का दायित्व निभा रही थी. दिवंगत बूढी मां के अकेलेपन का फायदा उठाकर आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका अपने परिजनों के साथ मिलकर, इन्हें प्रताड़ित कर काफी दिनों से केंद्र से सहायिका का पद छोड़ने का दबाव बना रही थी. ताकि उक्त पद पर आंगनबाड़ी की सेविका अपने पतोहू को पदस्थापित कर सके. इसके अलावा दिवंगत द्वारा कुछ समय पूर्व खरीदी गई जमीन को हड़पने के उद्देश्य से अपने परिजनों के साथ मिलकर सेविका अपनी सहायिका के साथ अक्सर मारपीट करती थी. जिसकी जानकारी दूरभाष पर पीड़िता अपने पुत्र को दिया करती थी. 30 जून को घटना के दिन भी मृतका के साथ आंगनवाड़ी केंद्र पर ही सेविका द्वारा पहले मारपीट की गई है. इसके बाद संध्या के वक्त वृद्धा को अकेले होने का फायदा उठाते हुए उनकी हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है. छोटे बेटे ने कहा है कि संयोगवश घटना के दिन किसी कारण बस दूरभाष पर अपनी मां से बात नहीं कर सका. तो अगले दिन फोन कर बात करने की कोशिश की गई. परंतु कई बार फोन करने पर कॉल रिसीव नहीं हुआ. तो पड़ोस के चचेरे भाई को फोन कर माँ से बात कराने को कहा गया. जब पड़ोसी अपना मोबाइल लेकर बात कराने वृद्धा के पास पहुंचा. तो वह संदिग्ध अवस्था में गिरी हुई थी. देखने के बाद पता चला कि वृद्धा की मौत हो चुकी है . अपनी मां के मौत की सूचना भाई ने अपनी बहन चांदनी को दिया. तो वह अपनी मां के मौत की खबर सुनकर भागी हुई आई. इसके बाद स्थानीय पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी. थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित परिजनों ने अभी लिखित आवेदन नहीं दिया है. आवेदन मिलने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल हत्या के बिंदुओं पर मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल पायेगा. फिलहाल घटना को लेकर सस्पेंस बरकरार है और लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही है.
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