राजगीर से हरिद्वार के लिए समर स्पेशल शुरू
अध्यात्मिक शहर राजगीर से हरिद्वार (योग नगरी ऋषिकेश) की अस्थायी रेलवे कनेक्टिविटी 11 अप्रैल से शुरू हो गयी है.
प्रतिनिधि, राजगीर अध्यात्मिक शहर राजगीर से हरिद्वार (योग नगरी ऋषिकेश) की अस्थायी रेलवे कनेक्टिविटी 11 अप्रैल से शुरू हो गयी है. यह रेलगाड़ी समर स्पेशल के नाम से चलायी गयी है. रेलवे कनेक्टिविटी शुरू होने से राजगीर से ऋषिकेश की यात्रा अब पहले से बहुत अधिक आसान और सुविधाजनक हो गयी है. इसके साथ ही श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन और सरयू का स्नान भी सुगम हो गया है. हालांकि रिशिड्यूल के अनुसार यह रेलगाड़ी अब ऋषिकेश की जगह हरिद्वार तक ही जायेगी. शुक्रवार की सुबह सांसद कौशलेंद्र कुमार और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के द्वारा समर स्पेशल रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर राजगीर से हरिद्वार (ऋषिकेश) के लिए रवाना किया गया है. पहले दिन यह रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से 20 मिनट विलंब से खुली है. राजगीर से खुलने का इसका निर्धारित समय 6:05 बजे है. लेकिन पहले दिन यह 6: 25 बजे खुली है. सांसद ने कहा कि पहले ऋषिकेश और हरिद्वार जाने में यात्रियों को कई बार ट्रेन बदलनी पड़ती थी या सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता था. अब सीधी रेल सेवा के होने के कारण समय, अर्थ और ऊर्जा तीनों की बचत होगी. विशेष रूप से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को लाभ हुआ है, जो राजगीर और नालंदा जैसे पवित्र स्थल से ऋषिकेश जैसे धार्मिक नगरी की यात्रा और सैर करना चाहते हैं. मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राजगीर प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है. यह बौद्ध, जैन, हिन्दू धर्म, सिख और मुस्लिम का महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है. ऋषिकेश भी गंगा के तट पर बसा एक अत्यंत पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल है. वहां गंगा स्नान, योग साधना और आध्यात्मिक चिंतन के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं. रेलवे संपर्क के विस्तार से अब इन दोनों स्थलों के बीच धार्मिक पर्यटन को एक नयी गति मिलेगी. रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि यह नयी ट्रेन सेवा न केवल तीर्थाटन को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि इससे पर्यटन व्यवसाय, होटल उद्योग, लोकल व्यापार और रोज़गार के अवसरों में भी वृद्धि होगी. तीर्थयात्रियों को अब गंगा स्नान, हरिद्वार-ऋषिकेश के घाटों की यात्रा और हिमालय की गोद में योग और ध्यान का लाभ उठाने में पहले से अधिक सुविधा मिलेगी. कुल मिलाकर रेलवे कनेक्टिविटी ने राजगीर और हरिद्वार- ऋषिकेश के बीच धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा. इससे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को भी सशक्त होगी. इस रेलगाड़ी में शयनयान के 12 कोच, एसी थ्री के चार कोच, एसी टू के दो कोच और चार जेनरल बोगी है. राजगीर- हरिद्वार ( ऋषिकेश) स्पेशल ट्रेन से पहले दिन 1215 यात्रियों ने किया सफर राजगीर-हरिद्वार-ऋषिकेश स्पेशल रेलगाड़ी से पहले दिन 1215 लोगों ने सफर किया. अधिकृत जानकारी के अनुसार इस रेलगाड़ी में स्लीपर के कुल 944 वर्थ हैं, उनमें से 806, एसी थ्री के कुल 286 सीट की जगह 312 की बुकिंग की गयी है. इसी प्रकार एसी टू में 104 वर्थ में से 89 की बुकिंग हुई है. जेनरल बोगी से सफर करने वालों की संख्या कुल आठ है. इनमें हरिद्वार के यात्री केवल छह हैं. पहले दिन 1207 के रिजर्वेशन बुकिंग से रेलवे के अधिकारी गदगद हैं. उनका कहना है कि शुभारंभ बहुत बढ़िया है. आने वाले दिनों में तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और रेलयात्रियों की संख्या और अधिक हो सकती है. इस कार्यक्रम में वरीय वार्ड पार्षद डॉ अनिल कुमार सहित अनेकों वार्ड पार्षद के अलावे भाजपा और जदयू के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए. समर स्पेशल रेलगाड़ी का इन स्टेशनों पर होगा ठहराव राजगीर खुलने के बाद यह रेलगाड़ी नालंदा, पावापुरी रोड, बिहारशरीफ, वेना, हरनौत, बख्तियारपुर, फतुहा, पटना साहिब, पटना जंक्शन, दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, वाराणसी, जौनपुर, अयोध्या धाम, लखनऊ, चारबाग, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, नजीबाबाद और लक्सर होते हरिद्वार पहुंचेगी. परिचालन का समय राजगीर – हरिद्वार (ऋषिकेश) के बीच यह रेलगाड़ी कुल 12 फेरा चलेगी. यह 11 अप्रैल से प्रत्येक शुक्रवार को राजगीर से हरिद्वार के लिये और प्रत्येक शनिवार को हरिद्वार से राजगीर के लिये खुलेगी.
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