दीपों की रोशनी में नहाया राजगीर

राजगीर और उसके आसपास के गांवों में दीपावली की तैयारी पूरे उत्साह और हर्षोल्लास के साथ की जा रही है.

By SANTOSH KUMAR SINGH | October 19, 2025 9:02 PM

राजगीर. राजगीर और उसके आसपास के गांवों में दीपावली की तैयारी पूरे उत्साह और हर्षोल्लास के साथ की जा रही है. बाजारों में जबरदस्त चहल-पहल देखी जा रही है. धन की देवी माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करने की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. जगह जगह पूजा पंडाल बनाया गया है. दुकानों, प्रतिष्ठानों और घर-घर में लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए लोग सजावट में जुटे हैं. दीपावली के अवसर पर घरों की रंगाई-पुताई, रोशनी और सजावट ने पूरे क्षेत्र को एक नए रूप में सजा दिया है. बाजारों में दीप, झालर, रंगोली, सजावटी सामान और उपहारों की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है. महिलाएं और बच्चे दीपावली की खरीददारी में व्यस्त हैं. मिठाई की दुकानों पर भी रौनक बढ़ गई है. काजू-बर्फी, पेड़ा, लड्डू और खास तौर पर देसी घी की मिठाइयों की बिक्री जोरों पर है. छोटी दीपावली के दिन से ही मिठाइयों की खरीददारी आरंभ हो चुकी है. दुकानदार अजय कुमार गुप्ता बताते हैं कि इस वर्ष बिक्री पिछले वर्षों की तुलना में काफी बेहतर है. शहर की गलियां रंग-बिरंगी झालरों और दीपों से सजी हुई हैं. राजगीर के आरआईसीसी में बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के निमित्त स्वीप गतिविधि अंतर्गत दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. श्रीदेवी स्थान में दीपोत्सव समारोह का आयोजन किया गया. वहीं गांवों में मिट्टी के दीयों की रोशनी से वातावरण में एक अलग ही पवित्रता झलक रही है. बच्चे पटाखे और फुलझड़ियों के प्रति बेहद उत्साहित हैं. हर घर में साफ-सफाई, पूजा की तैयारी और सजावट का काम जोरों पर है. दीपावली की रात को लक्ष्मी-गणेश की आराधना के साथ घरों की छतें, आंगन और बालकनियां दीपों की पंक्तियों से जगमगा उठी है. राजगीर में दीपों का यह त्योहार सिर्फ खुशियों का नहीं, बल्कि सामूहिक सौहार्द और परंपरा का प्रतीक बन चुका है. हर ओर उल्लास, उमंग और प्रकाश का वातावरण देखने को मिल रहा है.

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