भूमि अधिग्रहण के खिलाफ राजनीतिक दलों ने खोला मोर्चा

जिले में औद्योगिक क्षेत्र का विकास एवं रोजगार के लिए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना अब किसान और राजनैतिक संगठनों के निशाने पर आ गया है.

By SANTOSH KUMAR SINGH | September 19, 2025 9:13 PM

शेखपुरा. जिले में औद्योगिक क्षेत्र का विकास एवं रोजगार के लिए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना अब किसान और राजनैतिक संगठनों के निशाने पर आ गया है. इस योजना के तहत बिहार सरकार ने 42.16 करोड़ की लागत से औद्योगिक क्षेत्र के विकास की योजना को मंजूरी दी थी. औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए 250.06 एकड़ भूमि चिन्हित किया गया है.जिले में चेवाड़ा प्रखंड के हंसापुर एवं अस्थवां मौजा में औद्योगिक क्षेत्र के लिए जमीन चिन्हित किया गया है. राजनैतिक दलों ने जमीन हड़पने का लगाया आरोप चेवाड़ा प्रखंड के हंसापुर और अस्थावां गांव में औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए चिन्हित जमीन पर सरकार और प्रशासन के खिलाफ वामपंथी दलों मोर्चा खोला दिया है. इस मामले को लेकर सीपीआई और माले ने आदोलन की शुरुआत कर दी है. शुक्रवार को सीपीआई का प्रतिनिधिमंडल सहायक जिला सचिव नीधीश कुमार गोलू के नेतृत्व मे हंसपुर गांव पहुंचकर किसानो और ग्रामीणों से हकीकत जानने का प्रयास किया. पार्टी के सहायक जिला सचिव गोलू ने बताया कि सैकड़ो एकड़ जमीन किसानों को बिना विश्वास में लिए सरकार और प्रशासन के लोग भूमि अधिग्रहण कर बड़ी कंपनियों के हाथों में देना चाहती है. इसे सीपीआई कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती है. उन्होंने बताया की यहां का रकबा मात्र लगभग 500 बीघा जमीन है. उसमें एक दो बीघा वाले सभी किसान है. उन किसानों के बच्चों का पढ़ाई, दवाई, बच्ची की शादी, भरण पोषण समेत सारा दारोमदार उसी पर होता है. जरूरत पड़ने पर उसी खेत को गिरबी रख कर या बेच कर वो सारा कुछ करते हैं. सीपीआई ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सरकार और जिला प्रशासन से मांग करते हुए निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग किया है. मांग पूरी नही होने पर होकर आम जनमानस सड़क से सदन तक हंसापुर गांव के लिए संघर्ष कर आवाज उठाने के लिए बाध्य होंगे. प्रतिनिधि मंडल में अकलू साहु एवं अनमोल कुमार शामिल है. माले का समाहरणालय पर प्रदर्शन आज भाकपा नेता कमलेश कुमार मानव ने बताया की हंसापुर – अस्थावां के जमीन अधिग्रहण मामले में शनिवार को समाहरणालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा. चेवड़ा प्रखंड के हंसापुर–अस्थावां गांव के किसान मजदूरों के साथ किसान महासभा की बैठक आयोजित की गयी. हंसापुर गांव के अधिकांश ग्रामीणों की पूरी जमीन अधिगृहित की जा रही है. ऐसा होने पर हंसापुर गांव किसान भूमिहीन होकर उजड़ जाएगा. 20 सितम्बर को शेखपुरा जिला मुख्यालय पर होगा विशाल प्रदर्शन. लोगों ने कहा – जान देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे.

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