पशु एंबुलेंस से डोर टू डोर दी जा रही चिकित्सा सेवा

जिले के मवेशी पालकों को पशुपालन विभाग के अंतर्गत संचालित पशु मोबाइल यूनिट के जरिए गांव –गांव पहुंचकर मवेशियों का इलाज किया जा रहा है.

By SANTOSH KUMAR SINGH | November 23, 2025 8:45 PM

शेखपुरा. जिले के मवेशी पालकों को पशुपालन विभाग के अंतर्गत संचालित पशु मोबाइल यूनिट के जरिए गांव –गांव पहुंचकर मवेशियों का इलाज किया जा रहा है. इसके लिये पशुपालकों को 1962 पर कॉल कर इमरजेंसी सेवा का लाभ लेना चाहिए. जिला पशुपालन पदाधिकारी कार्यालय में जिला समन्वयक अनीश कुमार वर्मा की देखरेख में पशु मोबाइल यूनिट के कर्मियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. जिसमें जिले भर में पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सेवा देने पर विशेष चर्चा की गई. इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि शेखपुरा जिले में इन दिनों पशु मोबाइल यूनिट पशुपालकों के लिए वरदान साबित हो रही है. डोर टू डोर जाकर पशु एम्बुलेंस कर्मी मवेशियों का इलाज कर रहे हैं. गौरतलब हो कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित 1962 पशु मोबाइल यूनिट की शुरुआत विगत वर्ष बिहार में प्रारंभ की गई थी. जिसके सफल संचालन को लेकर सभी जिले में भव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले एक जिला समन्वयक की प्रतिनियुक्ति की गई. शेखपुरा में भी पशु मोबाइल यूनिट के जिला समन्वयक अनीश कुमार वर्मा की देखरेख में शेखपुरा जिला के पशु मोबाइल यूनिट कर्मी प्रतिदिन दो गांव जाकर कैंप लगाकर पशुपालकों को चिकित्सा सेवा मुहैया करा रहे हैं. इसकी जानकारी जिला समन्वयक अनीश कुमार ने देते हुए बताया कि यह यूनिट प्रतिदिन दो गांव का दौरा कर पशुओं से संबंधित सभी रोगों के उपचार में सहायक बना हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यदि किसी भी पशुपालकों के पशुओं की हालत अधिक गंभीर होती है तो ऐसे ऐसे पशुपालकों को 1962 पर कॉल कर इमरजेंसी सेवा का लाभ लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह सेवा बिल्कुल निःशुल्क है. शेखपुरा जिले के किसी भी पशुपालकों को कोई परेशानी हो तो पशु मोबाइल यूनिट के कर्मी से संपर्क कर लाभ ले सकते हैं. यह सेवा रविवार एवं त्यौहार के विभिन्न अवसरों को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक यह कार्यरत है.

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