दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
सैनिक स्कूल नालंदा में सेवारत शिक्षकों के लिए दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ़
राजगीऱ सैनिक स्कूल नालंदा में सेवारत शिक्षकों के लिए दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ़ इस कार्यक्रम का विषय दक्षता-आधारित मूल्यांकन है़ इसका आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, पटना क्षेत्र के तत्वावधान में किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक शैक्षिक उपकरणों एवं प्रभावी मूल्यांकन रणनीतियों से सुसज्जित करना है, जिससे वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शिक्षण कार्य कर सकें. कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन सैनिक स्कूल नालंदा के प्राचार्य एवं वेन्यू डायरेक्टर कर्नल भूपेन्द्र कुमार द्वारा किया गया. समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें सभी विशिष्ट अतिथि एवं प्रतिभागी शिक्षक उपस्थित रहे. अपने उद्घाटन संबोधन में कर्नल भूपेन्द्र कुमार ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, शिक्षक केवल ज्ञान का संप्रेषण नहीं करते, बल्कि वे छात्रों के चरित्र निर्माण और उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखते हैं. प्रत्येक शिक्षक को प्रेरणास्रोत बनने की दिशा में निरंतर प्रयास करना चाहिए. उन्होंने सतत व्यावसायिक विकास की महत्ता को रेखांकित करते हुए शिक्षकों से नवीनतम शिक्षण विधियों और मूल्यांकन तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया. प्रशिक्षण सत्रों का नेतृत्व शिक्षा और अध्यापन की प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. स्वाति और रूबीना निशात कर रही हैं. उनके सत्रों में दक्षता-आधारित शिक्षा के मूल सिद्धांतों को विस्तार से समझाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में सैनिक स्कूल नालंदा सहित विभिन्न सीबीएसई-संबद्ध विद्यालयों के कुल 60 शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं. प्रशिक्षण सत्रों को अंतःक्रियात्मक रूप में आयोजित किया गया है, जिनमें चर्चा, समूह गतिविधियाँ और व्यावहारिक अभ्यास शामिल हैं. इनका उद्देश्य शिक्षकों को ऐसा मूल्यांकन विकसित करने में सक्षम बनाना है जो सार्थक, विद्यार्थी-केंद्रित और अधिगम परिणामों के अनुरूप हो. यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 24 अगस्त को प्रतिभागियों के मूल्यांकन सत्र के साथ संपन्न होगा. यह क्षमता निर्माण कार्यक्रम सीबीएसई की उस सतत प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों को सशक्त बनाना और शिक्षा की गुणवत्ता को उन्नत करना है, ताकि छात्रों में 21वीं सदी के कौशलों का विकास हो सके तथा शिक्षा वास्तव में अधिगम-केंद्रित बन पाए. इस अवसर पर लेफ्टिनेंट कर्नल अमित कुमार त्यागी, प्रशासनिक अधिकारी सह प्रभारी उप-प्राचार्य, विभिन्न सीबीएसई विद्यालयों के प्राचार्यगण एवं सभी प्रतिभागी शिक्षक उपस्थित रहे.
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