खतरनाक घाटों की पहचान कर रखें निगरानी : डीएम

लोक आस्था का महान पर्व कार्तिक छठ पूजा 2025 नजदीक आते ही जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है.

By SANTOSH KUMAR SINGH | October 8, 2025 9:23 PM

बिहारशरीफ. लोक आस्था का महान पर्व कार्तिक छठ पूजा 2025 नजदीक आते ही जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है. जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने छठ पर्व के दौरान साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, विधि-व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस वर्ष छठ पूजा 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक मनाई जाएगी, जबकि मुख्य अर्घ्य के दिन 27 और 28 अक्टूबर को हजारों श्रद्धालु बिहारशरीफ, राजगीर, औंगारी धाम, बड़गांव और अन्य घाटों पर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. डीएम कुंदन कुमार ने नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी और सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को आदेश दिया कि सभी छठ घाटों और वहां जाने वाले रास्तों की पूरी सफाई कराई जाए। किसी भी घाट पर गंदगी या अंधेरा न रहे. उन्होंने कहा कि हाई मास्क और स्ट्रीट लाइट्स का सर्वेक्षण कर सभी खराब लाइटों को दुरुस्त किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो. डीएम ने विद्युत अधीक्षण अभियंता, बिहारशरीफ को विशेष निर्देश दिया है कि छठ मेला के दौरान अबाधित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. बड़गांव और औंगारी धाम में छठव्रती महिलाएं और श्रद्धालु रातभर ठहरते हैं, ऐसे में बिजली की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. डीएम ने संबंधित इंजीनियरों को निर्देश दिया कि 27 से 28 अक्टूबर तक रात्रिकालीन पाली में अभियंता और बिजली मिस्त्रियों की तैनाती रहे, ताकि किसी भी विद्युत दोष को तुरंत ठीक किया जा सके. छठ पर्व के दौरान भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को आदेश दिया कि सभी महत्वपूर्ण घाटों और संवेदनशील स्थलों को चिन्हित करें. भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा निगरानी और महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करें. खतरनाक घाटों की पहचान कर वहां विशेष निगरानी रखी जाए. डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि सभी पदाधिकारी 12 अक्टूबर 2025 तक अपनी तैयारी रिपोर्ट (हार्ड और सॉफ्ट कॉपी दोनों रूप में) जिला गोपनीय शाखा में जमा करें. डीएम ने कहा कि महापौर, नगर आयुक्त और वार्ड पार्षदों को भी घाटों के स्थल निरीक्षण में शामिल किया जाएगा ताकि स्थानीय स्तर पर बेहतर समन्वय बने. उन्होंने जनता से भी अपील की कि छठ आस्था का पर्व है, इसे स्वच्छता और सामूहिक सहयोग से सफल बनाएं. जिला प्रशासन ने साफ संकेत दिया है कि इस बार छठ पर्व के दौरान जिले में सफाई, सुरक्षा और सुविधा की कोई कमी नहीं रहेगी. घाटों की रोशनी और स्वच्छता नालंदा की पहचान बनेगी.

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