लोकायन नदी का जलस्तर में उतार- चढ़ाव
हिलसा प्रखंड क्षेत्र के धुरी बिगहा गांव के समीप गुरुवार की देर रात लोकायन नदी आने से धुरी विगहा पश्चिमी तटबंध करीब 60 फीट कटाव एवं भुतही नदी के पूर्वी तटबंध आंकाेपुर गांव के पास करीब 30 फीट कटाव हो जाने से दर्जनों गांव तीन दिनों से बाढ़ की पानी से घिरा हुआ है.
हिलसा (नालंदा):- हिलसा प्रखंड क्षेत्र के धुरी बिगहा गांव के समीप गुरुवार की देर रात लोकायन नदी आने से धुरी विगहा पश्चिमी तटबंध करीब 60 फीट कटाव एवं भुतही नदी के पूर्वी तटबंध आंकाेपुर गांव के पास करीब 30 फीट कटाव हो जाने से दर्जनों गांव तीन दिनों से बाढ़ की पानी से घिरा हुआ है. धुरी बिगहा, छीयासठ, कुसेता गांव में भरे बाढ़ की पानी से व प्रशाशन कोई व्यवस्था न होने से ग्रामीणों ने त्राहि – त्राहि मचा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी राहत कार्य चलाए जाने की आशा कर रहे हैं. वही शुक्रवार को हसनपुर मड़वा गांव के पास मछली तालाब के निकट तीन ततंबध टूट गया है जिसमे मड़वा, हसनपुर हरबसपुर गांव में बाढ़ का उसके बाद ग्रामीणों में हड़कम मच गया, खेत में लगे फसल के अलावे गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया, हसनपुर हरबसपुर एवं मडवा के महादलित टोला में दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया, गांव में प्रशासन देखने तक नहीं पहुंचे, बाढ़ के पानी के कारण मच्छर एवं अन्य कीडे-मकोड़े की संख्या काफी बढ़ गई है. बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण रात में मच्छर परेशान कर रहे हैं. बिजली न होने के कारण रात में सांप-बिच्छू और कीड़े-मकोड़े का डर बना रहता है. वही रविवार को शाम में लोकायन नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है. लेकिन बाढ़ से अभी तक लोगों को निजात नहीं मिली है. सभी बाढ़ प्रभावित गांव पानी से घिरा हुआ है. बाढ़ का पानी के जल स्तर में कमी आई है. धुरीविगहा ,छीयासठ बिगहा, फुलवरिया, लक्कड़ बीघा, कुसेता, डोमना बिगहा, मुरलीगढ़, सोहरापुर, हसनपुर, हरबसपुर, मडवा के गांव के खेतों में 4 फीट पानी बह रहा था. पानी फैलने के कारण लगभग सैकड़ो एकड़ से ज्यादा खेत में लगे फसल जल मग्न हो गया है. वही शनिवार को सुबह में इन सभी जगहो से घर से पानी निकलकर हिलसा प्रखंड क्षेत्र के नए इलाकों में जमुआरा, चमंडी, दामोदरपुर, रसलपुर, गिलानीपुर, बेलदारी विगहा, हरिहर खंधा, हरबंशपुर, मढ़वा, चिकसौरा, मिर्जापुर, मराची, लुच्चन टोला, रसलपुर आदि जगहों पर पानी फैलकर अपना आगोश में ले रखा है. वही बेलदारी विगहा गांव के समीप सड़क पर पानी का बहाव तेज है. जिससे चिकसौरा पंचायत के कई गांव में पानी तेजी से बढ़ रहा है. कई गांव में प्रशाशन के द्वारा अभी तक लंच का पैकेट नहीं दिया गया है. जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है.
लोकायन नदी का जलस्तर में उतार- चढ़ाव.
शनिवार को रात में जलस्तर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. लेकिन रविवार को लोकायन नदी के जलस्तर सुबह में दो फीट वृद्धि हुई थी. लेकिन शाम को 2 फिट पानी घट गया है. लेकिन खतरे के निशान से नीचे है. रात में जलस्तर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. एकगरसराय के राडील गांव छिलका के समीप पानी का बहाब और तेज हो गया है. लेकिन वहां से पानी को कंट्रोल कर के प्रयाप्त अनुसार पानी को छोड़ा जा रहा है. नदी में पानी की घटने- बढ़ते देखते हुए स्थानीय किसान व प्रशासन दोनों लोकायन नदियों के तटबंधों पर नजर बनाए हुए हैं. सीओ मो इकबाल अहमद ने बताया की नदी में पानी का उतार- चढ़ाव हो रहा है. लेकिन अभी खतरे के निशान से नीचे है. प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. प्रशासन के द्वारा टूटे हुए तटबंध को ठीक करने का कार्य तेेज गति से किया जा रहा है. लेकिन अभी तक किसी भी टूटे हुए बांध को पूरी तरह से मरम्मत नहीं हो सकी है. रविवार की सुबह से सोहरापुर गांव में सामुदायिक भोजनालय बंद कर दिया गया है. जिसे बाढ पिडतों मे आक्रोश है.
हिलसा प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी इलाका में आयी बाढ़ के मद्देनजर नालन्दा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है. इस दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुए किसान की फसल नुकसान को लेकर सासंद ने जिला कृषि पदाधिकारी से बात कर प्रभावित फसलों का अवलोकन कर किसानों का उचित मुआवजा दिए जाने की बात कही. इसके अलावा टूटे हुए तटबंध को ठीक करने का कार्य तेजी गति से किए जाने का अधिकारियों का निर्देश दिया गया. ताकि भविष्य में इस तरह की नौबत ना आए. बेरमा छिलका से राहिल छिलका तक बोल्डर पिचिंग कराने के लिए अधिकारियों को प्रपोजल तैयार करने को कहा.
कमरथू गांव मे शनिवार को भी सामुदायिक भोजनालय रहा बहिष्कार
करायपरसुराय:-झारखंड में हो रही लगातार बारिश से उदेरा स्थान से छोड़े गए पानी के कारण फल्गु नदी की शाखा लोके नदी एवं कररूआ नंदी जल का तारा रविवार को भी बढ़ोतरी हुई है , जिसके कारण मकरौता पंचायत में सवचक, खोखना, कमरथू, दीरीपर खन्धो के साथ-साथ घरों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिसके कारण मनुष्य का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है प्रशासन की ओर से समुचित व्यवस्था एवं बचाव कार्य नहीं होने से बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश व्याप्त है, कमरथू गांव में बाढ़ पीड़ित प्रशासन के द्वारा सामुदायिक भोजनालय का शनिवार से बहिष्कार किए हैं रविवार को भी बहिष्कार रहा ग्रामीण दीपू कुमार, पंकज कुमार, ब्रह्मदेव पंडित, जगदीश मोची, नाटेशर नट, विजय बिंद, खुखू बिंद, शिवकुमार प्रसाद कहना है कि जब तक गांव से पानी की निकासी नहीं होता है तब तक हम लोग सामुदायिक भोजनालय का बहिष्कार रखेंगे, हालांकि प्रशासन के द्वारा लोगों की बात मनवाने हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है, शनिवार की दिन रात्रि में प्रखंड विकास पदाधिकारी नंदकिशोर एवं अंचल अधिकारी मणिकांत कुमार कमरथू गांव के बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष भोजन की व्यवस्था किया था, अंचल अधिकारी मणिकांत कुमार रात्रि में मार्किंग के द्वारा बाढ़ पीड़ितों को भोजन का पैकेट लेकर अपील करते रहे लेकिन बाढ़ पीड़ितों के आक्रोश के कारण दोनों पदाधिकारी को वापस लौटना पड़ा, ब्राह्मणों का कहना है कि 72 घंटे बीत जाने के बावजूद गांव के खन्धा एवं घरों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है, वहीं बेरथू पंचायत अंतर्गत, मोगलबिगहा के पास कररूआ नदी से पानी आने के कारण खेत में लगे हुए गर्माधान एवं मूंग व अन्य फसलों की काफी छाती हुई है, निचले स्तर पर भी कई घरों का नुकसान हुआ है, बाजितपुर, मोगलविगहा, समेत कई गांव में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हुई है. राहत बचाव के लिए टीम लगी हुई है, हालाकि प्रखंड में आई बाढ़ के मद्देनजर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एवं हिलसा विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा शनिवार को किया था. मंत्री सड़क मार्ग से मकरौता पंचायत के फतेहपुर गांव पहुंचे. वहां बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात कर भोजन एवं व्यवस्था की जानकारी ली, बाढ़ पीड़ितों ने जलसंसाधन विभाग के अधिकारीयो पर आरोप लगाया कि पिछले वर्ष हुई लोकाइन नदी के तटबंध में कटाव हुई थी. लेकिन विभाग द्वारा समय से तटबंध मरमती नहीं किया गया. मंत्री श्री कुमार ने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि जलसंसाधन विभाग के अधिकारीयो पर कारवाई का आवासन दिया.
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