जिले में खरीफ फसल पर चूहों का कहर
जिले में इस बार खरीफ सीजन में चूहों का प्रकोप गंभीर रूप ले चुका है. फसल के पकने के साथ ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों के खेतों में चूहों की संख्या में अचानक वृद्धि देखी जा रही है.
बिहारशरीफ. जिले में इस बार खरीफ सीजन में चूहों का प्रकोप गंभीर रूप ले चुका है. फसल के पकने के साथ ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों के खेतों में चूहों की संख्या में अचानक वृद्धि देखी जा रही है. स्थिति यह है कि अब चूहे खेतों से निकलकर खलिहानों और आवासीय क्षेत्रों तक पहुंच गए हैं. किसानों का मानना है कि इस बार फसल पकने के अंतिम चरण में अपर्याप्त वर्षा और जिले की नदियों, तालाबों व जलाशयों में पानी की कमी के कारण चूहों की आबादी में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. हरनौत के वरिष्ठ किसान इंद्रजीत प्रसाद ने बताया कि प्रशासन की ओर से चूहों की रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. उन्हें अपनी फसल बचाने के लिए स्वयं ही उपाय करने पड़ रहे हैं. वहीं किसान अनुज प्रसाद ने कहा कि जिले में पौधा संरक्षण, कृषि, पशुपालन और वन विभाग जैसे कई विभाग मौजूद हैं, लेकिन समय पर किसानों को कोई सहायता नहीं मिल पाती. यदि समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो जिले की खरीफ फसल का एक बड़ा हिस्सा चूहों के कारण नष्ट होने का खतरा है. किसानों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. जिले के किसान इस बार दोहरी मार झेल रहे हैं. एक ओर प्रकृति का प्रकोप, तो दूसरी ओर प्रशासनिक उदासीनता.
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