बिहार चुनाव से पहले प्रशासन का थाना बदर ऑपरेशन

बिहार विधानसभा चुनाव-2025 से पहले प्रशासन ने प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक की तर्ज पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के 17 सक्रिय अपराधियों को उनके अड्डों से बेदखल कर दिया है.

By SANTOSH KUMAR SINGH | October 30, 2025 11:06 PM

बिहारशरीफ. बिहार विधानसभा चुनाव-2025 से पहले प्रशासन ने प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक की तर्ज पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के 17 सक्रिय अपराधियों को उनके अड्डों से बेदखल कर दिया है. इन सभी को अदालत के आदेश से उनके मूल थाना क्षेत्र से बाहर अन्य थानों में शरण लेने का टिकट मिल गया है. गुरुवार को जिला दंडाधिकारी कुंदन कुमार की अदालत में बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम (सीसीए), 2024 की धारा-3 के तहत यह बड़ा फैसला सुनाया गया. प्रशासन की साफ संदेश है कि चुनावी मैदान को गुंडागर्दी से मुक्त रखना. माना जा रहा है कि इन तत्वों के थाना बदर होने से उनकी गतिविधियों पर नकेल कसने और चुनावी दबाव बनाने की उनकी साजिशों पर पानी फिर जाएगा. डीएम कुंदन कुमार ने साफ चेतावनी दी है कि अगर इनमें से कोई भी व्यक्ति दोबारा गैर-कानूनी हरकत में पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ और भी कड़ी कानूनी धाराएं लागू की जाएंगी. प्रशासन ने सभी 17 नामों को अलग-अलग थानों में बांटकर उन्हें रोजाना हाजिरी लगाने का कड़ा आदेश दिया है. गिरियक थाना क्षेत्र के छह आरोपित सुमित कुमार उर्फ डिम्पल, जितेंद्र यादव उर्फ जीतु, रूपा यादव, बैजु यादव, अजय यादव उर्फ आजो और सत्येंद्र यादव को अब हिलसा थाना में हाजिरी देनी होगी. दीपक यादव उर्फ बड़ा बाबू (गिरियक) को भेजा गया एकंगसराय थाना. लक्ष्मण रजक (एकंगसराय) को पावापुरी थाना का रुख करना होगा. एकंगसराय के ही किशोर प्रसाद यादव, अमित कुमार, दिलीप कुमार उर्फ दिल्ली और चंदन कुमार समेत कई अन्य आरोपितों को हिलसा थाना में तलब किया गया है. बब्लू प्रसाद और रंजन कुमार (बिंद) को थरथरी थाना में पेश होने का आदेश. सुनील कुमार उर्फ बाबा (राजगीर) को एकंगसराय और बैजु कुमार (करायपरसुराय) को हिलसा थाना भेजा गया है.

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