ये टाइमिंग कुछ कहता है: बिहार में BJP उपेंद्र कुशवाहा व मुकेश सहनी पर अचानक हुई मेहरबान, क्या है तैयारी?

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में फिर एकबार सियासी दलों की सक्रियता तेज हुइ है. उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू को छोड़ा तो अब बीजेपी ने कुशवाहा से नजदीकी बढ़ा दी. वहीं मुकेश सहनी का भी विशेष ख्याल केंद्र सरकार रख रही है. जानिए क्या है चर्चा..

By Prabhat Khabar Print Desk | February 22, 2023 10:53 AM

Bihar Politics: बिहार में सियासी उलटफेर जारी है. जदयू और भाजपा के अलग होने के बाद पिछले दिनों जदयू में ही घमासान मचा रहा. संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बगावत कर दी और पार्टी छोड़ दिया. कुशवाहा अब नयी पार्टी बना रहे हैं. वहीं इस बीच अब भाजपा ने गोलबंद तेज कर दिया है. बीजेपी उन सभी सियासी दलों से करीबी बढ़ाते हुए दिख रही है जो फिलहाल महागठबंधन से दूर हैं और कभी एनडीए के साथ रहे.

उपेंद्र कुशवाहा से मिले प्रदेश अध्यक्ष

उपेंद्र कुशवाहा ने जब जदयू से पूरी तरह नाता तोड़ लिया तो भाजपा ने उनसे करीबी बढ़ाने में तनिक भी देर नहीं की. बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात करने उनके आवास पहुंच गए. करीब आधे घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई. संजय जायसवाल भले ही इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट कहते हैं और बधाई देने आने की बात मीडिया को बताते हैं लेकिन सियासत में टाइमिंग का महत्व हर कोई समझता है. इसलिए इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.

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मुकेश सहनी को वाइ प्लस श्रेणी की सुरक्षा

वहीं मंगलवार को ही बिहार की सियासत से जुड़ा एक और वाक्या हुआ. जब केंद्र सरकार ने वीआइपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी को वाइ प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला कर लिया. मुकेश सहनी को जान के खतरे की आशंका को देखते हुए गृह मंत्रालय ने ये सुरक्षा दी है. वहीं अब सियासी मामलों के जानकार इस कदम को भी अलग चश्मे से देखते हैं. उन्हें ऐसा लगने लगा है कि अब भाजपा उन चेहरों और दलों को जोड़ने की तैयारी कर सकती है जिसके साथ मिलकर वो आगामी चुनाव में महागठबंधन के खिलाफ ताल ठोकेंगे.


चिराग भी अब साथ, अमित शाह बेहद सक्रिय

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. इसी महीने फिर एकबार वो बिहार आने वाले हैं और कार्यक्रम में संबोधित भी करेंगे. बिहार में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी बेहद गंभीर है और ऐसा संभव है कि तमाम पुराने कड़वाहट को भूलकर वो सबों को एकजुट करके मैदान में उतरना चाहेगी. इधर चिराग पासवान को भी अब बीजेपी ने खुलकर अपने साथ जोड़ लिया है. आधिकारिक रूप से चिराग पासवान की पार्टी का एनडीए में होना बाकी है.

Published By: Thakur Shaktilochan

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