स्कूल में फंदे से लटक कर युवक ने कर ली खुदकुशी

आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बड़की सनदिया गांव के मध्य विद्यालय के परिसर के एक कमरे में एक युवक ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी. बुधवार की सुबह जब स्कूल खुला, तो बच्चों ने शव को देखकर हो- हल्ला किया, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंच गये और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2019 2:20 AM

आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बड़की सनदिया गांव के मध्य विद्यालय के परिसर के एक कमरे में एक युवक ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी. बुधवार की सुबह जब स्कूल खुला, तो बच्चों ने शव को देखकर हो- हल्ला किया, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंच गये और तत्काल इसकी सूचना मुफस्सिल थाने को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और जांच में जुट गयी.

मृतक की पहचान कुंदन कुमार पांडेय के रूप में की गयी. जो बड़की सनदिया गांव निवासी मायाशंकर पांडेय का पुत्र था. घटना के बाद घर में कोहराम मच गया. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि वह आरा में एक डॉक्टर के पास कंपाउडर का काम करता है. मंगलवार की शाम वह लगभग 7:30 बजे तक घर पर था.
अचानक वह स्कूल परिसर में घुसकर पंखे के कुंडी में फंदा लगाकर झूल गया, जिससे मौके पर ही हो गयी. घटना का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन सूत्रों के अनुसार युवक ने प्रेम प्रसंग में खुदकुशी की है. लोगों ने बताया कि मध्य विद्यालय में एक शिक्षिका से युवक का प्रेम-प्रसंग चल रहा था. घटना को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
लोगों ने बताया कि एक साल पहले भी युवक ने इसी को लेकर जहर खा लिया था. बाद में इलाज के दौरान वह बच गया. हालांकि घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. ग्रामीणों ने बताया कि दो-तीन माह पहले कुंदन का एक दोस्त रोहित तिवारी की मौत बिजली के करेंट से हो गयी थी, जिसके बाद से ही वह मानसिक रूप से तनाव में था. बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बेटे की मौत के बाद परिजनों का हाल बुरा : जवान बेटे की मौत के सदमें से पूरा परिवार दुखी है. जवान बेटे की मौत के बाद मां रीता देवी तथा तीन छोटे- छोटे भाई नंदन, गुंजन तथा श्यामनंदन व पिता माया शंकर पांडेय का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. पूरे परिवार में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना के बाद सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुट गयी. परिजनों को लोग ढांढस बंधा रहे थे.

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