Bhagalpur news वार्ड 25 में जल संकट, समाधान की मांग

नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 25 में नल-जल योजना का बोरिंग 30 सितंबर से खराब पड़ा है, जिससे डेढ़ माह से अधिक समय से पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है.

By JITENDRA TOMAR | November 18, 2025 12:25 AM

सुलतानगंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 25 में नल-जल योजना का बोरिंग 30 सितंबर से खराब पड़ा है, जिससे डेढ़ माह से अधिक समय से पीने के पानी की गंभीर समस्या बनी हुई है. वार्ड पार्षद कृष्ण कुमार ने नगर परिषद के ईओ और उप मुख्य पार्षद को आवेदन देकर तत्काल समाधान की मांग की है. पार्षद ने अपने आवेदन में बताया कि वार्ड में जलापूर्ति बाधित रहने से लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. कई बार मौखिक व लिखित रूप से नगर परिषद को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने बताया कि आठ सितंबर को सामान्य बोर्ड की बैठक में हनुमान मंदिर स्थित सार्वजनिक भूमि पर बोरिंग निर्माण के लिए स्थान चिह्नित कर प्रस्ताव पारित किया गया था. बावजूद इसके नगर सभापति की ओर से कथित रूप से भेदभाव कर एक पूर्व पार्षद की निजी जमीन पर बोरिंग कराने का प्रयास किया जा रहा है, जो नियमों के विरुद्ध है. पार्षद ने ईओ से मांग की है कि इस प्रयास को तत्काल रोका जाए और बोर्ड से स्वीकृत चिह्नित स्थान पर ही बोरिंग का निर्माण कराया जाए, ताकि लोगों को बिना बाधा के नियमित पेयजल उपलब्ध हो सके. पार्षद के नेतृत्व में सोमवार को स्थानीय लोगों ने जल संकट को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध दर्ज कराया है. नगर परिषद मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू ने आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुझे कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. किसी भी वार्ड में पेयजल संकट की जानकारी मिलने पर नगर परिषद से टैंकर से पानी की आपूर्ति की जायेगी. आवेदन मिलते ही वार्ड 25 में टैंकर भेजा जायेगा.

कलयुग में सत्संग जरूरी : भगीरथ दास

कलयुग में सत्संग जरूरी है. सत्संग है, तो यह युग है. जिस दिन सत्संग खत्म हो जाएगा युग समाप्त हो जायेगा. उपरोक्त बातें नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड स्थित गोसाईगांव में अनुमंडलीय सत्संग सम्मेलन में पहुंचे संत स्वामी भागीरथ जी ने कहीं. गुरु सेवी भागीरथ दास, शंकर बाबा, पूज्य नरेशानंद बाबा ने अपने-अपने मुखारविंद से संतमत सत्संग को लेकर के कई तरह की बातें कहीं. जीवन के कल्याण, परिवार के कल्याण व समाज के कल्याण के लिए सत्संग को महत्वपूर्ण बताया. संतों ने कहा कि अगर सत्संग है तो हम लोग हैं. हम लोगों को सत्संग से ज्ञान के साथ-साथ भगवान के बारे में जानकारी मिली है, इसलिए संतमत सत्संग सत्य के संग है. कार्यक्रम का समापन देर शाम हुआ. मौके पर विशाल भंडारा व बाहर से आये लोगों के रहने की व्यवस्था सत्संग प्रेमियों के ने किया था. कार्यक्रम में कई जिले के संतमत सत्संग प्रेमियों ने भाग लिया.

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