bhagalpur news. पिछले 36 घंटों से विक्रमशिला सेतु पर जाम

पिछले 36 घंटे से विक्रमशिला सेतु पर लग रहे जाम के बीच वाहन रेंग रहे हैं.

By NISHI RANJAN THAKUR | November 26, 2025 1:03 AM

पिछले 36 घंटे से विक्रमशिला सेतु पर लग रहे जाम के बीच वाहन रेंग रहे हैं. जाम जैसे हालात में लोगों को वाहन से पुल पार करने में एक से दो घंटे का समय लग रहा है. जाम का कारण दोनों तरफ से वाहनों की अत्यधिक आवाजाही के बीच ओवरटेकिंग है. सोमवार देर शाम से सेतु पर लगा जाम मंगलवार देर रात तक लगा रहा. मंगलवार की रात्रि में दुल्हा समेत कई वाहन जाम में फंसे रहे. नवगछिया से भागलपुर आने जाने वाले छोटे वाहनों की संख्या में कमी देखी गयी. जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग पुल पर पैदल की आते जाते दिखे. इस दौरान पुल की रेलिंग पर भी जाम लग गया. मोटरसाइकिल चालकों और साइकिल चालकों को भी रुकावटों का सामना करना पड़ा. भागलपुर से जाह्नवी चौक की तरफ पुल के बीच में रेलिंग पर रखी एक सीढ़ी भी साइकिल और मोटरसाइकिल चालकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था. खास कर साइकिल से केला और सब्जी ले कर भागलपुर आने जाने वाले छोटे सब्जी एवं फल विक्रेताओं को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जाम का प्रभाव जाह्नवी चौक से तेतरी विक्रमशिला सेतु पथ, भागलपुर की ओर बाइपास सड़क और एनएच 80 पर भी देखने को मिला. सैकड़ों वाहन कतार में खड़े दिखे. पुलिस ने बताया कि शादी ब्याह का मौसम रहने के कारण वाहनों की आवाजाही बढ़ गयी है, जाम का यही कारण है. ट्रैफिक पुलिस द्वारा वाहनों की अत्यधिक आवाजाही को देखते हुए सेतु पर 20 की संख्या में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गयी है. विक्रमशिला सेतु टीओपी के प्रभारी एसआइ सुनील कुमार ने बताया कि पुल पर कहीं रुकावट नहीं है. लेकिन वाहनों की अत्यधिक आवाजाही के कारण रफ्तार पर असर पड़ा है. सुनील ने बताया कि एंबुलेंस, शादी वाले वाहनों को प्राथमिकता के तौर पर पुल क्रॉस करवाने का प्रयास किया जा रहा है. घर से चले 11 बजे शाम में भागलपुर पहुंचे लक्ष्मीपुर इस्माइलपुर निवासी गुरुदेव मंडल ने बताया कि वे घर से 11 बजे चले थे. जाह्नवी चौक पर कोई वाहन नहीं मिला, शाम चार बजने को है, वह अभी भागलपुर पहुंचे हैं. पूर्णिया से आ रहे कुमार लव ने बताया कि बस के जाम में फंस जाने के कारण उसे जाह्नवी चाैक से भागलपुर पैदल आना पड़ा. कटिहार के अंकुर ने बताया कि ऐसा जाम उसने कभी नहीं सोचा था. वह परीक्षा देने आया है, समय से पहुंच तो गया हूं, लेकिन एक घंटे सामान के साथ पैदल चलना पड़ा. तीनटेंगा दियारा की आशा देवी ने कहा कि पैदल चलते चलते उसकी हालत खराब हो गयी है. उसका वाहन अभी तक जाम में फंसा है.

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