Bhagalpur News: मैंगो मेन की नर्सरी : बाढ़ से मर गये दो लाख से अधिक आम, महोगनी व सागवान के पौधे
देश के विभिन्न प्रांतों मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, बंगाल, झारखंड, हरियाणा से लेकर नेपाल तक है आम के पौधे की डिमांड
– देश के विभिन्न प्रांतों मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, बंगाल, झारखंड, हरियाणा से लेकर नेपाल तक है आम के पौधे की डिमांड
वरीय संवाददाता, भागलपुर
सुलतानगंज के मैंगो मेन नाम से मशहूर अशोक चौधरी की नर्सरी में गंगा में बाढ़ के कारण दो लाख से अधिक आम, महोगनी व सागवान के पौधे मर गये. सुलतानगंज स्थित महेशी में 10 एकड़ में बनी नर्सरी में लगभग 30 लाख से अधिक का नुकसान हुआ. इसके अलावा जिले के अन्य बाढ़ग्रस्त प्रखंड नाथनगर, सबौर, नवगछिया, गोराडीह, गोपालपुर आदि में भी हजारों उद्यानिक फसल को नुकसान पहुंचा और करोड़ों रुपये की क्षति हुई है. अशोक चौधरी ने बताया कि यह सिलसिला पिछले पांच साल से चल रहा है. हरेक साल लाखों की क्षति होती है, लेकिन इस उम्मीद में पौधे तैयार करते हैं कि पहले की तरह यहां पानी नहीं आयेगा और नर्सरी बची रहेगी. डीएम से लेकर अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि तक को वीडियो सहित अन्य प्रमाण उपलब्ध कराये गये लेकिन इसकी क्षतिपूर्ति नहीं मिली.नर्सरी में तैयार पौधे खास कर आम की विभिन्न वेराइटी जर्दालू, मालदह, बंबई, आम्रपाली आदि के पौधे मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, बंगाल, झारखंड, हरियाणा से लेकर नेपाल तक डिमांड है. इस बार भी मध्यप्रदेश व गुजरात से यहां के आम के पौधे मंगाये गये. एक लाख से अधिक पौधे आम व एक लाख से अधिक पौधे सागवान के मर गये. इसे लेकर इंश्योरेंस कराने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ नहीं है. प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की ओर से फसल की बीमा को लेकर विकल्प दिये गये, लेकिन उनकी नर्सरी का बीमा नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग की ओर से भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया है.
कोट:-
अभी तो बाढ़ का पानी उतर रहा है. जिले के सभी बाढ़ग्रस्त प्रखंडों के पदाधिकारी व कर्मचारी को उद्यानिक फसलों की क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया गया है. अलग-अलग क्षेत्र में क्षति का डाटा तैयार किया जायेगा.मधुप्रिया, जिला उद्यान पदाधिकारी, भागलपुरB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
