bhagalpur news. टीएमबीयू – सीनेट ने 650 करोड़ के घाटे का बजट किया पारित
टीएमबीयू की सीनेट सदस्यों ने शनिवार को सर्वसम्मति से 650 करोड़ 28 लाख 11 हजार छह सौ रुपये के घाटे का बजट पारित किया
भागलपुर टीएमबीयू की सीनेट सदस्यों ने शनिवार को सर्वसम्मति से 650 करोड़ 28 लाख 11 हजार छह सौ रुपये के घाटे का बजट पारित किया. बजट का कुल योग 661 करोड़ 19 लाख 82490 रुपये है. जबकि टीएमबीयू के आंतरिक स्रोत का अनुमानित आय महज 10 करोड़ 91 लाख 70 हजार 890 रुपए है. ऐसे में इस बजट को घाटे का बजट कहा गया. सीनेट सभा का आयोजन कुलपति प्रो जवाहर लाल की अध्यक्षता में एसएम कॉलेज के परीक्षा हाल में हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति व कुलसचिव डॉ रामाशीष पूर्वे ने किया. बजट अभिभाषण की प्रस्तुति बीएन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सह वरीय शिक्षक प्रो अशोक ठाकुर ने दी. इसके बाद सभा में मौजूद सभी सीनेट सदस्यों ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रमोशन, एरियर, शैक्षणिक संस्थानों के जीर्णोद्धार, छात्रों की बायोमेट्रिक उपस्थिति समेत विभिन्न मुद्दों पर अपनी मांग रखी. बजट सत्र में विश्वविद्यालय मुख्यालय, स्नातकोत्तर विभागों एवं इनकी संबद्ध इकाइयों, अंगीभूत महाविद्यालय व छात्रावासों में स्वीकृत पदों पर नियुक्ति का प्रस्ताव पारित हुआ. वहीं कार्यरत शिक्षकों, पदाधिकारी एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के वेतन एवं महंगाई भत्ते का प्रावधान हुआ. साथ ही अवकाश प्राप्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के लिए पेंशन आदि एवं सेवांत लाभों का भी प्रावधान किया गया.
सीनेट सभा को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि उनके कार्यकाल का यह अंतिम सीनेट है. शेष बचे दिनों में दीक्षांत समारोह, छात्र संघ चुनाव, फिजियोथेरेपी एंड योग सेंटर, दिनकर परिसर का जीर्णोद्धार समेत कई कार्य करने हैं. कहा कि छात्र दरबार के आयोजन से त्वरित कार्य निपटाये जा रहे हैं. बजट में शैक्षणिक सुधार, खेलकूद, समय पर रिजल्ट, कर्मचारी व शिक्षक हित में कई फैसले लिये गये हैं. शहीद तिलका मांझी व बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा लगायी जायेगी. भैरवा तालाब, एसएसवी व एसएम कॉलेज के जमीन विवाद को सुझलाया जायेगा. सीनेट के दौरान डॉ जगधर मंडल ने कर्मचारियों की कमी, एमएलसी डॉ संजीव सिंह ने तिलका मांझी की प्रतिमा स्थापना व बजट पुस्तिका में त्रुटि पर ध्यान आकर्षण किया. वहीं सीनेट सदस्य डॉ राजेश तिवारी ने छात्रों के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस व डॉ सुप्रिया शालिनी ने चाइल्ड केयर लीव व मेडिकल इंश्योरेंस की मांग की.
अपनी बारी के इंतजार में माइक छीन लिया
मारवाड़ी पाठशाला समिति के रामगोपाल पोद्दार ने अपनी बारी का इंतजार करते हुए जब उन्हें बोलने का मौका नहीं मिल रहा था. तब उन्होंने वित्त रहित कॉलेज के प्रतिनिधि कैलाश प्रसाद सिंह से माइक जबरन छीन लिया. वहीं मारवाडृ़ी कॉलेज की छात्रा विंग में छात्रों की पढ़ाई करने का मुद्दा उठाया. कहा कि यह एमओयू का उल्लंघन है. अबतक छात्राओं के लिए नर्सिंग कोर्स शुरू नहीं होने की चर्चा की.
फिजियोथेरेपी एंड योगा सेंटर के लिए तीन करोड़
बजट में शिक्षक व कर्मियों के महंगायी भत्ते का बकाया राशि के लिए 10 करोड़ 88 लाख व 15.38 करोड़ का प्रावधान किया गया. वार्षिक बजट वर्ष 2024-25 की तुलना में वर्ष 2025-26 के विकास के लिए कुछ अन्य खर्च बढ़े. इनमें फिजियोथेरेपी एंड योगा सेंटर के लिए तीन करोड़, परचेज का जनरल इक्विपमेंट पीजी डिपार्टमेंट के लिए एक करोड़, पीजी विभाग के लाइब्रेरी इक्विपमेंट के लिए 10 करोड़, केमेस्ट्री डिपार्टमेंट लेबोरेटरी के लिए 2 करोड़, संगीत सांस्कृतिक एवं युवा कल्याण के लिए चार करोड़ 20 लाख, जर्नलिज्म विभाग के लिए 4 करोड़ 20 लाख, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए पांच करोड़ का प्रावधान है.
रेशम से जुड़े सेरीकल्चर सेंटर के लिए छह करोड़ सेरीकल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर के लिए 6 करोड़ 25 लाख आवंटित हुआ. आइटी सेल के लिए एक करोड़, साइबर सिक्योरिटी के लिए 50 लाख, रिसर्च एंड इनोवेशन एंड स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए 10 करोड़, एजुकेशनल फॉरेन ट्रिप सेमिनार और कॉन्फ्रेंस के लिए एक करोड़, स्टेबलिशमेंट फॉर ऑटोमेशन इन यूनिवर्सिटी एंड 12 प्रेसिडेंट कॉलेज के लिए एक करोड़, आउटसोर्सिंग से बाहर कर्मियों के प्राथमिक मद में खर्च हेतु 12 करोड़ 50 लाख का प्रावधान किया गया. बजट के द्वितीय भाग में परीक्षा, संस्कृत निदेशालय, विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद की अनुमानित आय – व्यय है. बजट के तृतीय भाग में विश्वविद्यालय का स्नातकोत्तर विभागों संबंधी इकाइयों एवं अंगीभूत महाविद्यालय, यूजीसी द्वारा आयोजित पाठ्यक्रम का प्रस्ताव दिये.————
बजट के बड़े खर्च
– वेतन, आकस्मिक व्यय, आधारभूत संरचना के लिए 138 करोड़ 66 लाख 94 हजार 895 रुपये– स्नातकोत्तर विभाग एवं संबद्ध इकाइयों के लिए 58 करोड़ 84 लाख 35 हजार 333 रुपये
– 12 अंभीभूत महाविद्यालय के लिए 136 करोड़ 26 लाख 872 रुपये– छात्रावास के आधारभूत संरचना के लिए एक करोड़ 91 लाख 67726 रुपये
– पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत लाभ के लिए 236 करोड़ 14 लाख 97426 रुपये– विभिन्न बकाया मद के लिए 26 करोड़ 27 लाख 15828 रुपये
– नैक एक्रीडिटेशन के लिए 9 करोड़ 95 लाख रुपये– अतिथि शिक्षकों के परिश्रामिक के लिए छह करोड़ 98 लाख 50 हजार रुपये
– संविदा एवं आउटसोर्सिंग कर्मियों के लिए 16 करोड़ 15 लाख रुपयेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
