bhagalpur news. आइएएस बनना चाहता है जिले का सेकंड टॉपर नितिन

सबौर प्रखंड के ममलखा मसाढ़ू गांव के अवधेश मंडल और सीता देवी के पुत्र नितिन कुमार ने 477 अंक प्राप्त कर जिले का सेकंड टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है

By ATUL KUMAR | March 30, 2025 1:19 AM

प्रतिनिधि – सबौर प्रखंड के ममलखा मसाढ़ू गांव के अवधेश मंडल और सीता देवी के पुत्र नितिन कुमार ने 477 अंक प्राप्त कर जिले का सेकंड टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है. नितिन की सफलता पर उसके परिवार के सदस्य काफी खुश हैं. परिणाम आने के बाद माता-पिता समेत परिजनों ने नितिन को मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दिया. नितिन ने बताया कि वह मम्मी-पापा और गुरुजनों के सहयोग से सफलता हासिल की है. कहा कि अच्छी तरह से तैयारी कराने में उसके शिक्षक ऋषि सर, अखिलेश सर, चिरंजीवी सर, संजय सर भूमिका रही है. नितिन ने बताया कि वह आइएएस बनना चाहता है. इसके लिए वह खूब मेहनत करेगा. नितिन सबौर प्रखंड के ममलखा उच्च विद्यालय का छात्र है.

सेकंड टॉपर ऋषभ राज ने माता-पिता और गुरुजनों को दिया सफलता का श्रेय

प्रतिनिधि – ममलखा मसाढ़ू गांव निवासी सुनील कुमार मंडल और संजून शर्मा के पुत्र ऋषभ राज ने 477 अंक प्राप्त जिले में दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया है. ऋषभ उच्च विद्यालय ममलखा का छात्र है. उसने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. कहा कि परीक्षा की अच्छी तैयारी में ऋषि सर, पप्पू सर, प्रेम सर और अन्य गुरुजनों की भूमिका है. बताया कि वह रोजाना आठ से दस घंटे पढ़ाई करता था. आगे सांइस से इंटर फिर स्नातक करेगा और यूपीएससी क्रेक कर आइएएस बनना लक्ष्य है. मालूम हो कि दोनों सेकंड टॉपर ममलखा उच्च विद्यालय के ही हैं. प्रधानाध्यापक अशोक कुमार मंडल ने दोनों छात्राओं और उसके परिजनों को बधाई देते हुए कहा है कि मंगलवार को स्कूल में एक समारोह का आयोजन कर दोनों छात्र को सम्मानित किया जाएगा.

प्रोफेसर बनना चाहती है सेकंड टॉपर हेमलता

प्रतिनिधि – पीरपैंती प्रखंड के आरडीपी हाईस्कूल दुबौली की छात्रा हेमलता कुमारी ने 477 अंक लाकर जिले में सेकंड टॉपर बन गयी है. हेमलता के पिता कीर्तनिया पंचायत के कंगलीचौकी गांव निवासी दयानंद सिंह ड्राइवर हैं और मां अंजना देवी गृहिणी हैं. उसकी प्रारंभिक शिक्षा शारदा विद्या निकेतन मिर्जाचौकी से हुई है. छात्रा ने बताया कि उसकी सफलता में उसके माता-पिता और शिक्षकों का योगदान रहा है. कहा कि मम्मी-पापा पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित किया और कुछ कर दिखाने का हौसला दिया. वह रोजाना आठ घंटे पढ़ाई करती थी. हेमलता ने बताया कि उसका लक्ष्य प्रोफेसर बनना है. इसके लिए वह खूब मेहनत करेगी.

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