bhagalpur news. लव ट्रायंगल में मामा ने ही दो लाख की सुपारी देकर करायी थी अभिषेक की हत्या, सिर व पैर भी मिले
अभिषेक हत्याकांड की गुत्थी सुलझी.
कंस से भी क्रूर निकला मामा: एक ही लड़की से मामा-भांजे का था प्रेम संबंध, मामा संतोष ने ही हत्या के बाद शव को तीन टुकड़ों में कटवाया थालव ट्रायंगल में मामा ने ही दो लाख की सुपारी देकर करायी थी अभिषेक की हत्या, सिर व पैर भी मिले
नाथनगर थाना क्षेत्र के मसकन बरारी स्थित नानी घर में रह रहे कहलगांव के मकसपुर निवासी अभिषेक की हत्या की गुत्थी सुलझ गयी है. अभिषेक का सगा मामा संतोष कुमार ही मास्टरमाइंड निकला. उसे पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. लव ट्रायंगल में संतोष कुमार ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर तीन बदमाशों से भांजे ही हत्या करायी थी. मामा इतना शातिर निकला कि हत्या करवाने के बाद अभिषेक के सिर-पैर खोजने के लिए पुलिस के साथ भी लगा रहा, जिससे यह शंका न हो कि वह इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने प्रेस कान्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. हालांकि, प्रभात खबर ने शनिवार को प्रकाशित खबर में घटना के पीछे एक्स्ट्रा मैरिटल लव और हत्या में एक परिजनों के संलिप्त होने का संदेह जताया था, जो खुलासे के साथ सच साबित हुआ.घटना के पीछे प्रेम संबंध ही सामने आया और मास्टरमाइंड अभिषेक का सगा मामा ही निकला. पुलिस ने जहां दो दिन पहले ही मिर्जापुर के रहनेवाले तीन आरोपितों राधे, ऋतिक व आयुष को गिरफ्तार किया था. सिटी एसपी के मुताबिक प्रथमदृष्टया ये मामला सामने आया कि परबत्ती इलाके की एक लड़की से मामा संतोष व भांजा अभिषेक दोनों प्यार करते थे. इस बात को लेकर भांजा अभिषेक मामा संतोष को मामी (संतोष की पत्नी) को लड़की वाला मामला बता देने की बात कह कर ब्लैकमेल करता था. मामा को पता चला कि उसकी प्रेमिका को भांजे ने फंसा लिया तो वो काफी आक्रोशित हो गया. उसने तीन लड़के आयुष, ऋतिक व राधे जो पूर्व से ही परिचित थे, उसे हत्या के लिए तैयार किया. फिर हत्या का प्लान बनाया गया और अभिषेक की नृशंस तरीके से हत्या कर दी गयी. सिटी एसपी ने बताया कि जिन तीनों बदमाशों ने हत्या की है, उनमें से एक का आपराधिक इतिहास रहा है. ये लोग नशेबाजी भी करते रहे हैं.ऑटो में मारी गोली, गला दबाकर मारा, फिर आरी से शरीर के तीन टुकड़े किये
मास्टरमाइंड मामा के प्लान के मुताबिक तीनों बदमाशों ने बड़ी क्रूरता से अभिषेक की हत्या की. पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपितों ने सबसे पहले अभिषेक को किसी बात में उलझा कर बहला और ऑटो में ले गया. उसे ऑटो में ही पैर में गोली मारी. आरोपितों को लगा कि अभिषेक को अब इस दुनिया से विदा करना ही है, इसलिए उसे गन प्वाइंट पर रखकर उसके अकाउंट से अपने अकाउंट में पैसे भी ट्रांसफर भी कराया. पत्नी का फोन आया, तो हथियार का भय दिखा कर पत्नी से भी बात करायी. फिर उसे रन्नूचक इलाके में एक सुनसान मकान में गला दबाकर मार डाला. बदमाशों ने मामा संतोष के दिये पैसे से कट्टा व आरी खरीदी थी, जिससे अभिषेक का सिर व दोनों पैर काटकर तीन टुकड़ों कर दिया. धड़ को अभिषेक के जैकेट में पैक कर बोरे में बंद कर फेंक दिया. सिर और पैर उस इलाके में ही एक तालाब में फेंक दिया. पुलिस से तीनों बदमाश झूठ बोल रहे थे कि सिर-पैर गंगा में फेंका है, पर जब सख्ती से पूछताछ हुई तो आरोपितों ने कबूल किया और उसकी निशानदेही पर तालाब से सिर-पैर बरामद कर लिया गया. इससे पहले पुलिस ने कट्टा, अभिषेक का कड़ा व ब्लुटूथ बदमाशों के घर से बरामद किया था. साथ ही ऑटो भी जब्त किया गया. तीनों बदमाश मामा संतोष के लगातार संपर्क में थे. वाट्सएप पर भ्वाइस मैसेज भेजकर बातचीत कर रह थे और उसके कहने के मुताबिक ही घटना को अंजाम दे रहे थे. फिर मैसेज को डिलीट कर दे रहे थे.भांजे को तीन टुकड़ों में कत्ल करवाया, फिर खोजबीन में भी पुलिस के साथ रहा
पत्नी द्वारा पति की हत्या कराने के कुछ घटनाओं से जहां रिश्तों पर से भरोसा उठना शुरू हो गया है, वहीं नाथनगर में अभिषेक की हत्या के बाद फिर से रिश्ते से विश्वास उठने लगा है. अभिषेक की हत्या करानेवाला मामा और करने वाला अभिषेक का दोस्त जो उसके साथ अक्सर उठता-बैठता था. इन सब ने मिलकर एक भांजे का नहीं, बल्कि भरोसे का कत्ल कर दिया. मामा-भांजे का रिश्ता सबसे भरोसे का व मजबूत होता है. मामा संतोष तो द्वापर के कंस मामा से भी ज्यादा क्रूर निकला. मामा का दिल इतना कठोर था कि उसने भांजे का न सिर्फ सामान्य रूप से हत्या करायी, बल्कि अपने निर्देश पर शव को आरी से तीन टुकड़ों में अलग कराया. सिर, दोनों पैर काटकर अलग करा दिया और फिर थाने पहुंच गया भांजे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने. मामा संतोष ने न सिर्फ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी, बल्कि सारे परिजनों को अभिषेक के गुम होने की जानकारी भी दी. इसके अलावा सबके साथ मिलकर उसकी खोजबीन भी शुरू की. शनिवार को पुलिस के साथ सिर और पैर की खोजबीन में भी साथ रहा. इतना वीभत्स तरीके से हत्या कराने के बाद भी मामा के न आंख में आंसू थे और न चेहरे पर सिकन. वो सामान्य तरीके से घूम-फिर रहा था. पुलिस ने जब इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाना शुरू किया तो कलई खुल गयी और मामा का असली चेहरा सामने आ गया. जो भी जान रहा कि मामा ने एक मामूली महिला के कारण हत्या करा दिया सब थू-थू कर रहा. लोग कह रहे हैं कि अगर ज्यादा दिक्कत था तो भांजे को अपने पास से भगा देता और खुद को उससे अलग कर लेता. इस तरह से जघन्य हत्या कराने की क्या जरूरत थी.साइबर ठगी, ऑनलाइन काॅलिंग का व्यापार चलाते थे मामा, भांजा भी धंधे में कूदा तो पैसे का भी चल रहा था विवाद
मामा संतोष अपने भांजे अभिषेक से कई कारणों से नाराज थे. एक तो उनकी प्रेमिका को फंसाकर मृतक मामा को ही ब्लैकमेल कर रहा था. ऊपर से अवैध धंधे में पैसे की हेराफेरी भी चल रही थी. सूत्रों के मुताबिक मामा ऑनलाइन ठगी और महिलाओं को रखकर ऑनलाइन कॉलिंग कराकर पुरुषों से अश्लील बात करने का धंधा चलाता था. बाद में भांजा भी मामा की बिना सहमति के इस धंधे में कूद गया. दोनों में धंधे को लेकर भीतर ही भीतर कंपटीशन था और ऊपर से मामा जो भी पैसा भांजे को रखने देता, उसमें वह हेराफेरी कर रहा था. हालांकि सिटी एसपी ने भी मामा-भांजे द्वारा साइबर ठगी का धंधा चलाने व पैसे का विवाद की बात मीडिया को बतायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
