bhagalpur news. कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू, भक्तिमय हुआ शहर
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि को वैदिक, पौराणिक एवं तांत्रिक मंत्रोच्चार के साथ नवरात्र दुर्गा पूजा के लिए विधिपूर्वक कलश स्थापित किया गया.
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि को वैदिक, पौराणिक एवं तांत्रिक मंत्रोच्चार के साथ नवरात्र दुर्गा पूजा के लिए विधिपूर्वक कलश स्थापित किया गया. सभी दुर्गा मंदिर व पूजा पंडालों में भक्तिभाव से मां दुर्गा का पूजन शुरू हो गया. लोगों ने घर में भी विधि-विधानपूर्वक कलश पूजन कर श्रद्धालुओं ने मां के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा-आराधना की.
गंगा स्नान के लिए विभिन्न गंगा तट एसएम कॉलेज सीढ़ी घाट, बरारी पुल घाट, बरारी सीढ़ी घाट, हनुमान घाट आदि में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. इस कारण बरारी मार्ग से लेकर तिलकामांझी चौक तक जाम लगा रहा. बूढ़ानाथ, आदमपुर शिवशक्ति मंदिर, कुपेश्वरनाथ, गोपेश्वरनाथ, दुग्धेश्वरनाथ, शैलेश्वरनाथ आदि मंदिरों में पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.
बूढ़ानाथ में माता चंडी का भव्य शृंगारबूढ़ानाथ मंदिर में माता चंडी का भव्य शृंगार कराया गया. महंत शिवनारायण गिरि के संचालन में दुर्गा सप्तशती पाठ हुआ. इस मौके पर प्रबंधक वाल्मिकी सिंह, दीपक सिंह, बूढ़ानाथ सेवक संघ के चंद्रशेखर मिश्रा, नितिन भुवानिका, राकेश कुमार, रवि कुमार, मुन्ना गांधी आदि का योगदान रहा.
पंडालों में पूजा शुरू, बजने लगे भजन
मंदिर व पंडालों में भक्ति गीत बजना शुरू हो गया. श्रद्धालुओं की भीड़ देर शाम तक लगी रही. भक्तों ने मां दुर्गा का आवाहन कर सुख-समृद्धि की कामना की. दुर्गापूजा को लेकर मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया संवारा जा रहा है. महाशय ड्योढ़ी, दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, काजीपाड़ा, सरकारबाड़ी, रायबाड़ी में दुर्गा सप्तशती पाठ किया गया, जबकि बरारी, बड़ी खंजरपुर, छोटी खंजरपुर, तिलकामांझी, मोहदीनगर, परबत्ती, उर्दू बाजार, मंदरोजा, कंपनीबाग, लहेरी टोला, मुंदीचक वैष्णो दरबार, मुंदीचक दुर्गा स्थान, गढ़ैया, हड़ियापट्टी आदि में पहली पूजा की गयी. अलीगंज स्पिनिंग मिल दुर्गास्थान में कलश स्थापित पूजा की गयी. व्यवस्थापक अधिवक्ता निशित मिश्रा के संचालन में वैदिक विधि-विधान से पूजन हुआ.मारवाड़ी पाठशाला में कलश की स्थापना
जुबक संघ की ओर से मारवाड़ी पाठशाला परिसर में सचिव बबन साहा के संचालन में कलश स्थापित किया गया. जुबक संघ की ओर से मेला लगाया जायेगा. मुंदीचक वैष्णो दरबार में अध्यक्ष छोटू सिंह के संचालन में पूजन कराया गया. यहां स्थायी प्रतिमा स्थापित है. यहां भी वैदिक विधि-विधान से कलश स्थापित की गयी. आदमपुर दुर्गा स्थान, मुंदीचक गढ़ैया व कचहरी चौक में बना भक्तिमय माहौलआदमपुर दुर्गा स्थान में डॉ आनंद मिश्रा व सचिव राकेश दुबे उर्फ गुड्डू दुबे के संचालन में वैदिक विधि-विधान से कलश स्थापन हुआ. कचहरी चौक पर सत्कार क्लब की ओर से वैदिक विधि से पूजन कराया गया. सुबह 11:00 बजे कलश की स्थापना हुई. पंडित विपिन मिश्रा ने पूजन कराया. मेढ़पति अशोक यादव, अध्यक्ष दीपक वर्मा, उपाध्यक्ष दोपन आचार्या, धर्मेंद्र कुमार, बच्चू केसरी आदि का योगदान रहा. मुंदीचक गढ़ैया में सचिव कुमार धर्मेंद्र के संचालन में वैदिक मंत्रोच्चारण से कलश स्थापन कराया गया.
सुबह पूजन व शाम में महाआरती
मोहद्दीनगर में आचार्य नवीनचंद्र झा ने पूजन करा कर कलश स्थापित कराया. कार्यक्रम में अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी व सचिव प्रफुल्लचंद्र सिंह का विशेष योगदान रहा. वहीं मिरजानहाट दुर्गा स्थान में सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कुमार साह दीपू के संचालन में पूजन हुआ. अलीगंज, मंदरोजा में भी पूजा हुई. शहनाई की गूंज से भक्तिमय हुआ बूढ़ानाथ क्षेत्रबूढ़ानाथ मंदिर में वर्षों से चली आ रही परंपरा जारी है. इस बार शारदीय नवरात्र की पहली पूजा पर सोमवार को दिवंगत इल्लाह खां के भाई नजाकत अली, बदरे अली, पुत्र सागर अली, राशिद अली व टीम ने शहनाई का वादन शुरू किया. नौ दिनों तक सुबह व संध्या में शहनाई वादन कार्यक्रम होगा. सुफियाना बैंड के टीम लीडर अनुमेह मिश्रा ने बताया कि दिवंगत इल्लाह खां पहले यहां शहनाई वादन करते थे, अब उनके भाई व पुत्र ने उनकी परंपरा बनाये रखी है. मां की भक्ति की धुन पर शहनाई से सुबह-शाम मंदिर ही नहीं, बल्कि पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो जाता है. मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि इल्लाह खां कलाकार के साथ-साथ साधक भी थे.
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