bhgalpur news. सात मवेशी की ट्रेन से कटकर मौत
नाथनगर रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पश्चिमी केबिन के पास रेलवे ट्रैक किनारे भैसों का झुंड चर रही थी. तभी डाउन एलटीटी एक्सप्रेस तेज हॉर्न बजाते हुए आ रही थी. हार्न की आवाज सुन भैसें भड़क गयी. घटना में सात भैसों की ट्रेन के चपेट मे आने से मौत हो गयी.
नाथनगर रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पश्चिमी केबिन के पास रेलवे ट्रैक किनारे भैसों का झुंड चर रही थी. तभी डाउन एलटीटी एक्सप्रेस तेज हॉर्न बजाते हुए आ रही थी. हार्न की आवाज सुन भैसें भड़क गयी. घटना में सात भैसों की ट्रेन के चपेट मे आने से मौत हो गयी. नाथनगर अजमेरीपुर बैरिया के बाढ़ पीड़ित अभी महाशय ड्योढी मैदान में रह रहे हैं. पशुपालकों ने बताया कि वे अपनी भैंसों को चरा रहे थे, तभी ट्रेन सीटी बजाते हुए ट्रैक पार कर रही थी. इसी बीच भैंसें भड़क गयी. काफी संभालने का प्रयास किया गया पर सात भैंस को ट्रेन की अपनी चपेट में आ गयी. सभी की मौत हो गयी. अन्य दो भैंसों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है. मुस्की मंडल की दो भैंस, रुदल मंडल की दो भैंस, संजय मंडल की तीन भैंस की मौत हो गयी. टेलू मंडल की एक भैंस और मनोज मंडल की एक भैंस घायल है. घटना के बाद पशुपालकों के ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा. सभी दहाड़ मारकर रेलवे ट्रैक पर ही रोने लगे. पीडित ने कहा कि इसी पशु से उनका जीविकोपार्जन चल रहा था. सब कुछ बर्बाद हो गया. कुछ लोगों ने मृत मवेशियों को ट्रैक पर रखकर विरोध शुरू कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे. आरपीएफ और जीआरपी की मौजूदगी में बाढ़ पीड़ितों को रेलवे ट्रैक से हटा कर ट्रेनों का आवागमन शुरू कराया गया. पदाधिकारियों के समझाने के बाद लोग माने. सीओ रजनीश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि जिन पशुपालकों के भैंसो की मौत हुई है, उन्हें मुआवजा लेने के लिए पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया पशुपालन विभाग से करानी होगी. वही जिला पशुपालन पदाधिकारी अंजली कुमारी सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि सीओ द्वारा मृत भैंसों की लिखित जानकारी विभाग को देने पर नाथनगर पशुपालन पदाधिकारी से जांच करायी जायेगी. पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलाने की कोशिश की जायेगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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