Bhagalpur news क्षतिग्रस्त तटबंध के रीस्टोर का कार्य जारी ,जलस्तर में कमी
इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध के स्पर आठ व नौ के बीच 260 मीटर में तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग के रीस्टोर करने का कार्य जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने युद्ध स्तर पर करवाया रहे हैं.
गंगा नदी के जलस्तर में मंगलवार की सुबह कमी होने से इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध के स्पर आठ व नौ के बीच 260 मीटर में तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग के रीस्टोर करने का कार्य जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने युद्ध स्तर पर करवाया रहे हैं. कार्यस्थल पर मौजूद मुख्य अभियंता ई अनवर जमील ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. एनसी में बालू भरी बोरियां नाव से मंगा कर डलवाया जा रहा है. ट्रैक्टर से भी बालू भरी बोरियों को कटाव स्थल पर मंगाया जा रहा है. पर्याप्त मात्रा में फ्लड फायटिंग कार्य के लिए सामग्री उपलब्ध है. मुख्यालय पटना से विशेष रूप से फ्लड फाइटिंग कार्य में सहयोग करने के लिए अधीक्षण अभियंता ई अवधेश कुमार सिन्हा, कार्यपालक अभियंता ई सुधीर कुमार पाल व सहायक अभियंता ई विनय कुमार की निगरानी में क्षतिग्रस्त तटबंध को रीस्टोर करवाया जा रहा है. मंगलवार की सुबह आठ बजे डीएम डाॅ नवल किशोर चौधरी कटाव स्थल पर पहुंचे और मुख्य अभियंता से कटाव की जानकारी लेकर कटाव का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश अभियंताओं को दिया. दोपहर बाद नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार, एसडीपीओ ओमप्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी ऋतुराज प्रताप सिंह, गोपालपुर सीओ रौशन कुमार कटाव स्थल पर पहुंचे. नवगछिया एसपी ने गोपालपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार को तटबंध पर विधि व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया. मौके पर जिप विपिन मंडल मौजूद थे.
सौ लोगों को रेसक्यू किया
सुलतानगंज प्रखंड की मिरहटी पंचायत के पतोराडीह में एक छोटी नाव से सौ लोगों को रेसक्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया. इसमें दर्जनों बच्चे व महिलाएं शामिल हैं. यह गांव बाढ़ से प्रभावित होने के बाद टापू बन गया था. ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह से हम लोग वार्ड के पानी में डूबने से गांव में फंसे हुए थे. कई दर्जन लोग भी अब भी गांव में फंसे हुए हैं.सिंहकुंड गांव में 20 घरों में घुसा बाढ़ का पानी
खरीक प्रखंड के कोसी पार लोकमानपुर पंचायत के सिंहकुंड गांव में कोसी नदी के बाढ़ का पानी आसपास के क्षेत्रों में फैलने लगा है. पूरे गांव का संपर्क भंग हो चुका है. लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. ग्रामीण सूरज सिंह राजपूत, उमेश ठाकुर ने बताया शाम तक 20 से अधिक घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. बाढ़ की रफ्तार इतनी तेज है कि अगले दो दिनों में पूरे गांव को डूबा देगी और बड़ी तबाही मच जायेगी. लोग सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित स्थल की ओर पलायन कर रहे हैं. लोग रतजगा कर खुद की जान-माल बचाने में जुटे हैं. बच्चों और महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
