bhagalpur news. परीक्षा माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पटना और हजारीबाग में की छापेमारी
ऑनलाइन सेंटर पर परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद भागलपुर पुलिस की नजर राज्य के कई जिलों के संदिग्धों पर है.
ऑनलाइन सेंटर पर परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद भागलपुर पुलिस की नजर राज्य के कई जिलों के संदिग्धों पर है. पुलिस ने परीक्षा माफियाओं के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इसी क्रम में पुलिस ने झारखंड के हजारीबाग और पटना में भी छापेमारी की है. हजारीबाग से पुलिस को कई तरह के सुराग मिले हैं तो पटना से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. संदिग्ध को भागलपुर लाया गया है. गठित एसआइटी के पुलिस पदाधिकारी सघन पूछताछ कर रहे हैं. दूसरी तरफ पुलिस की अलग-अलग टीमों को दूसरे जिलों में भी छापेमारी करने के लिए भेजा जा रहा है. सिटी डीएसपी टू राकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस मामले की अनुसंधान कर रही है, जो भी परीक्षा में नकल कराने में संलिप्त पाये जायेंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा. जानकारी में यह बात सामने आयी है कि गिरोह के सदस्य नये-नये लड़कों को हायर करते थे जो परीक्षािर्थियों से संपर्क कर उन्हें परीक्षा पास कराने, नौकरी दिलाने का सब्जबाग दिखाते थे. उन्हें गिरोह के सदस्यों के पास लाया जाता था, जहां पर रकम की उगाही की जाती थी. परीक्षार्थियों से रकम लेने के बाद इस गिरोह के सदस्य परीक्षा संचालन में लगे कर्मियों को नकल करवाने के लिए तैयार करते थे. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि परीक्षा संचालन में हायर किये गये थर्ड पार्टी कंपनी के कर्मी भी इस जालसाजी के धंधे में संलिप्त थे. पुलिस को बड़े पैमाने पर रकम की लेन देन के भी साक्ष्य मिले हैं. ऐसे खाताधारकों पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी. दूसरी तरफ रकम दे कर कदाचार करने वाले बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी पुलिस की जांच के दायरे में हैं. शहर के अन्य ऑनलाइन सेंटरों में परीक्षा संचालन जांच के दायरे में हैं. छह लाख रुपये दे कर परीक्षा देने आये अलीगढ़ के परीक्षार्थी करण सिंह का जगह बदल दिये जाने के बाद उसकी सेटिंग फेल हो गयी. परीक्षा के बाद करण ने बाकी के दो लाख रुपये देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद करण को परीक्षा माफियाओं ने बंधक बना लिया. इसकी सूचना करण ने अपने परिजनों को दी और पूरा मामला खुल गया. पुलिस ने सात लोगों की गिरफ्तारी की. गिरफ्तार किये गये सभी अरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
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