bhagalpur news. भागलपुर में माता विषहरी का भव्य विसर्जन, श्रद्धालुओं ने मांगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

माता विषहरी की तीन दिवसीय पूजा मंगलवार को भव्य तरीके से संपन्न हुई. श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद मांग कर माता को विदाई दी.

By NISHI RANJAN THAKUR | August 19, 2025 10:39 PM

माता विषहरी की तीन दिवसीय पूजा मंगलवार को भव्य तरीके से संपन्न हुई. श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि और धन-धान्य का आशीर्वाद मांग कर माता को विदाई दी. देर रात तक मुसहरी घाट स्थित कृत्रिम तालाब पर प्रतिमाओं का विसर्जन चलता रहा. केंद्रीय समिति की ओर से दोपहर 2.35 बजे स्टेशन चौक से विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी. सबसे पहले परबत्ती की प्रतिमा स्टेशन चौक दिन में 2.25 बजे पहुंची, जहां समिति के सदस्यों और श्रद्धालुओं ने विधिवत आरती की. इसके बाद सभी प्रतिमाओं को विधिवत घाट की ओर रवाना किया गया. इस दौरान पूर्व महापौर डॉ वीणा यादव, उप महापौर, केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष भोला कुमार मंडल, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप कुमार, महासचिव शशि शंकर राय और मेला प्रभारी छंगुरी शर्मा, पिंकी बागोरिया सहित कई समिति सदस्य मौजूद रहे. शोभायात्रा की शुरुआत से पहले स्टेशन चौक पर कई पूजा समितियों के युवाओं ने भाला और लाठी आदि के करतब दिखाये. पूजा और विसर्जन के इस आयोजन से शहर में उल्लास और श्रद्धा का माहौल बना रहा. विभिन्न मंदिरों में स्थापित तकरीबन 116 प्रतिमाओं का विसर्जन विभिन्न घाटों पर श्रद्धापूर्वक किया गया. शाम 7.30 बजे तक 18 प्रतिमाओं को विसर्जित कर दिया गया था. देर रात तक प्रतिमाओं का विसर्जन जारी था. दक्षिणी क्षेत्र की प्रतिमाएं लगातार कतार में आती रहीं और विसर्जन घाट की ओर जाती रहीं. शोभायात्रा में पूरे शहर से लगभग 40 प्रतिमाएं शामिल हुईं. प्रतिमाएं स्टेशन चौक से खलीफाबाग चौक, कोतवाली चौक, नया बाजार चौक, आदमपुर चौक, छोटी और बड़ी खंजरपुर होते हुए घाट तक पहुंची. इसके बाद वारसलीगंज, गोलाघाट, गोशाला, उर्दू बाजार, आनंद चिकित्सालय रोड, कुतुबगंज, इशाकचक पासीटोला, रामसर समेत अन्य क्षेत्रों की प्रतिमाओं का भी विसर्जन किया गया. मुसहरी घाट पर देर रात लगा रहा मेला मुसहरी घाट पर देर रात तक मेला लगा रहा. यहां सबौर, सरधो, नाथनगर के अलावा दूरदराज क्षेत्र के श्रद्धालु भी विसर्जन देखने पहुंचे थे. मेले में बच्चों के खिलौने और खाने-पीने के स्टॉल्स की भरमार रही. विसर्जन मार्ग पर गौशाला रोड, बूढ़ानाथ रोड और शंकर टॉकिज सहित अन्य क्षेत्रों में भी खाने-पीने और खिलौनों के स्टॉल सजाये गये थे. स्टेशन चौक से विसर्जन रूट पर सबसे पहले परबत्ती की प्रतिमा निकली स्टेशन चौक से विसर्जन रूट पर सबसे पहले परबत्ती की प्रतिमा निकली. इसके ठीक पीछे मिरजानहाट की प्रतिमा आगे बढ़ी. दिन के 3.15 बजे गोलाघाट की प्रतिमा स्टेशन चौक पर आयी और तीन बजकर 20 मिनट में प्रस्थान किया. गौशाला गली की 3.29 बजे रवाना हो गयी. आनंद चिकित्सालय रोड की प्रतिमा 5.35 बजे आयी और 5.40 में विसर्जन रूट पर रवाना हो गयी. विषहरी पूजा को राजकीय मेला का दर्जा की मांग केंद्रीय समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सह प्रवक्ता प्रदीप कुमार ने विषहरी पूजा को राजकीय मेला का दर्जा दिये जाने की मांग सरकार से की. उन्होंने कहा कि इतना बड़ा और लंबे समय तक चलने वाला मेला पूरे अंग क्षेत्र की पहचान है. विसर्जन शोभायात्रा पूरे राज्य में मिसाल है, जो केवल भागलपुर में ही देखने को मिलता है. सरकार इस दिन को राजकीय अवकाश घोषित करे और चंपानगर जो सती बिहुला का उद्गम स्थल है, उसे पर्यटक स्थल घोषित किया जाये. प्रकाश चंद्र गुप्ता ने कहा कि अंग की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने में केंद्रीय पूजा समिति लगातार अहम भूमिका निभा रही है. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व महापौर डॉ बीणा यादव ने कहा कि यह पर्व नारी सशक्तीकरण का प्रतीक है. धीरे-धीरे यह सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में अपनी पहचान बना रहा है. देर रात तक मां विषहरी की प्रतिमाओं का विसर्जन क्षेत्रों की विभिन्न मंदिरों व पूजा पंडालों मे स्थापित मां मनसा विषहरी की प्रतिमा का विसर्जन मंगलवार देर रात तक चंपापुल घाट पर संपन्न हुआ. विसर्जन शोभायात्रा नाथनगर मुख्य मार्ग होते हुए चंपापुल घाट पर पहुंची और शांतिपूर्वक देर रात तक जयकारे के साथ सभी प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया गया. एक दर्जन से अधिक विषहरी प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ. इनमें स्टेशन चौक, मनसकामनानाथ चौक, शाहगंज केबी लाल रोड, गोलदारपट्टी, पासीटोला, सीटीएस रोड के पंचमुखी हनुमान मंदिर, मसकन बरारीपुर, नरगा डिक्रुज लेन, साहेबगंज बिन्दटोली, नूरपुर सहित अन्य जगहों की प्रतिमाएं शामिल थीं. शाम 4 बजे से शुरू हुई विसर्जन शोभायात्रा देर रात तक चली. इसके पूर्व मंदिर से निकलने पर महिलाओं ने मां को खोईछा दिया और नम आंखों से उन्हें विदाई दी. मौके पर नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह, ललमटिया थानाध्यक्ष राजीव रंजन, मधुसूदनपुर थानाध्यक्ष सफदर अली दलबल के साथ चल रहे थे. चंपानगर के प्राचीन व मुख्य विषहरी मंदिर की प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद मंदिर परिसर में शांति पूजन का आयोजन किया गया. पंडा संतोष झा ने वैदिक विधि विधान से मां मनसा विषहरी की शांति पूजन को संपन्न कराया.

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