Bhagalpur news 802.66 लाख की लागत इको पर्यटन व पार्क का होगा विकास

802.66 लाख की लागत इको पर्यटन व पार्क का होगा विकास

By JITENDRA TOMAR | October 7, 2025 1:07 AM

सुलतानगंजगंगा तट पर पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोमवार को सुलतानगंज में इको पर्यटन व पार्क विकास योजना के तहत 802.66 लाख की लागत से बनने वाले विक्रमशिला गांगेय डॉल्फिन आश्रयणी (भागलपुर फेज-1) परियोजना का कार्य होगा. कार्य का शुभारंभ सूबे के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ सुनील कुमार ने पटना से वर्चुअल माध्यम से किया. सुलतानगंज नप के मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू ने बताया कि शिलापट्ट नयी सीढ़ी घाट स्थित स्थल पर लगाया गया. इस अवसर पर डीएफओ आशुतोष राज, रेंजर आरके सिंह, सहित नगर परिषद के कई पार्षद और पदाधिकारी मौजूद थे. यह परियोजना सुलतानगंज की पहचान को नयी दिशा देगी और गंगा किनारे पर्यटन का नया केंद्र बनेगा. मुख्य पार्षद ने बताया कि गंगा घाट पर इको पर्यटन और पार्क का निर्माण होने से कांवरियों, श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों के लिए बेहतर बैठने की व्यवस्था, सौंदर्यीकरण और प्राकृतिक माहौल में विश्राम की सुविधा उपलब्ध होगी. डॉल्फिन दर्शन के लिए विशेष प्लेटफॉर्म और सुरक्षा प्रबंध किये जायेंगे. मंदिर पुल के दक्षिण दिशा में इस परियोजना का निर्माण कार्य प्रस्तावित है. इसके पूरा होने पर सुलतानगंज का गंगा घाट पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध और आकर्षक स्थल बन जायेगा, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन दोनों को गति देगा. नगर परिषद ने आशा जतायी है कि योजना के पूरा होने पर यह स्थल कांवरियों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा.

नप क्षेत्र में सफाई पर हर माह खर्च होंगे 60.14 लाख

नगर परिषद क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए नगर परिषद की ओर से यह जिम्मेदारी सोनपुर, सारण स्थित सुगम इंडिया सोसायटी को सौंपी गयी है. सोमवार को नगर परिषद कार्यालय परिसर में सभापति राजकुमार गुड्डू व उपसभापति नीलम देवी ने नारियल फोड़ कर सफाई कार्य का विधिवत शुभारंभ किया. कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण भूषण कुमार ने बताया कि सुगम इंडिया सोसायटी को सफाई कार्य का अनुबंध पांच अक्तूबर 2025 से चार अक्तूबर 2027 तक के लिए दिया गया है. संस्था को सफाई कार्य के लिए प्रति माह 60 लाख 14 हजार 318 का भुगतान किया जायेगा. उन्होंने बताया कि सफाई कर्मियों की संख्या लगभग 320 होगी. मैन पावर संस्था की ओर से उपलब्ध करायी जायेगी, जबकि आवश्यक संसाधन नगर परिषद की ओर से मुहैया कराये जायेंगे. नप ईओ ने बताया कि विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप निविदा प्रक्रिया पूरी की गयी है. सफाई कार्य की जिम्मेदारी मिलने के बाद संस्था को सभी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा. पूर्व में कार्यरत एनजीओ को हटाने के बाद नगर परिषद स्वयं सफाई व्यवस्था का संचालन कर रहा था. अब नये एनजीओ के आने से नगर की सफाई व्यवस्था में सुधार और पारदर्शिता की उम्मीद जतायी जा रही है. नगरवासियों ने इस पहल का स्वागत किया है. नप मुख्य पार्षद ने बताया कि स्वच्छता कार्य बेहतर तरीके से करने को लेकर निर्देशित किया गया है. शहर में एजेंसी ने सफाई कार्य शुरू कर दिया है.

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