bhagalpur news. जिच्छो के 200 बीघा खेतों में फैला नगर निगम के नाला का पानी
शहर के निकटवर्ती क्षेत्र गोराडीह प्रखंड अंतर्गत जिच्छो में पिछले चार साल से नगर निगम के नालों का पानी बहने से 200 बीघा जमीन में खेती नहीं हो पा रही है.
भागलपुर में चौर क्षेत्रों में बांध व ईंट-भट्टा से पानी जमे रहने के कारण चार प्रखंडों कहलगांव, सबौर, गोराडीह व सन्हौला में सैकड़ों हेक्टेयर में खेती शुरू नहीं हो पायी थी. वहीं शहर के निकटवर्ती क्षेत्र गोराडीह प्रखंड अंतर्गत जिच्छो में पिछले चार साल से नगर निगम के नालों का पानी बहने से 200 बीघा जमीन में खेती नहीं हो पा रही है. इससे 100 से अधिक किसानों के बीच आजीविका का संकट गहराते जा रहा है. कई किसान मजदूरी को विवश हैं. किसानों की मानें तो मिरजानहाट समेत शहर के दक्षिणी क्षेत्र का नाला सरमसपुर, लोदीपुर होते हुए बाइपास होकर गोराडीह मार्ग के खेतों में बहाया जा रहा है. बाइपास के समीप 200 मीटर तक स्थायी नाला भी निर्माणाधीन है. यदि इस नाला को आगे निकालकर बहाया जायेगा, तो किसानों की समस्या का समाधान हो जायेगा. पहले सारा पानी बांध में बहता था. बाइपास व फोरलेन निर्माण के क्रम में बांध व नाला काटकर खेत की ओर कर दिया गया. इससे ऐसी समस्या बढ़ गयी. किसानों ने बताया कि 200 बीघा जमीन में हरी सब्जियां, चना साग व अन्य अनाज की पैदावार होती थी. इससे भी महंगाई नियंत्रित रहती थी. लगातार चार साल से ऐसी समस्या हुई है. किसानों ने बताया कि यहां की समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी तक गुहार लगा चुके हैं. कई बार मुआवजा का आश्वासन मिला, लेकिन किसानों को कुछ नहीं मिला. किसानों का दर्द पहले तो बाढ़ आने के कारण खेत डूब जाता है. रबी फसल की खेती के दौरान खेत सूख जाता था. चार साल से अलग समस्या हो रही है. कोई उपाय नहीं हो पा रहा है. नारायण प्रसाद सिंह, किसान ————- 15 बीघा जमीन में 100 से अधिक क्विंटल चना, गेहूं व धान की फसल होती थी. जब से यह समस्या हुई है. एक अनाज घर नहीं आ पाता है. कई बार प्रयास किया गया, लेकिन पूंजी डूब जाती है. डॉ आत्माराम, किसान सह चिकित्सक ———— 100 से अधिक किसानों का 200 बीघा खेत पानी में डूबा हुआ है. यदि नाला की स्थायी व्यवस्था की जाये, तो किसानों की समस्या का हल निकल जायेगा. यहां के 40 फीसदी किसान मजदूरी करने को मजबूर हैं. सुमंत लाल सिंह, किसान ————- अंचल कार्यालय से लेकर जिला प्रशासन तक आवाज उठा चुके हैं. यह क्षेत्र शहरी लोगों के लिए हरी सब्जी, चना, गेहूं आदि उपलब्ध कराता था. इसे लेकर एक बार फिर एकजुट होकर आंदोलन करेंगे. भवेश सिंह कुशवाहा, सामाजिक कार्यकर्ता ——————- कहते हैं स्थानीय जनप्रतिनिधि पहले अंचल कार्यालय, फिर जिलाधिकारी कार्यालय में समस्या समाधान को लेकर आवेदन किये. प्रशासनिक पदाधिकारी ने आकर किसानों की समस्या का निरीक्षण किया. मुआवजा का आश्वासन मिला. स्थायी समाधान का भरोसा दिया, लेकिन लेट-लतीफी हो रही है. फिर से प्रभावित किसानों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय जायेंगे. आशुतोष महलदार, मुखिया, जिच्छो पंचायत —————
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