Bihar News: बिहार के इस जिले में 4000 से अधिक गाड़ियां अनफिट, चुनाव के दौरान बढ़ेगी परेशानी

Bihar News: भागलपुर जिले में चार हजार से अधिक वाहन अनफिट हैं और उन्हें फिटनेस प्रमाण पत्र का इंतजार है. इसकी वजह से चुनाव कार्य प्रभावित हो सकता है. फिटनेस सेंटर बंद होने की वजह से वाहन मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

By Rani Thakur | October 13, 2025 1:16 PM

Bihar News: भागलपुर जिले में चार हजार से अधिक ऐसे वाहन हैं, जिन्हें फिटनेस का इंतजार है. पिछले दो-तीन महीने के दौरान जिन वाहनों का फिटनेस फेल हो गया है, अब तक उनको फिटनेस नहीं मिल पाया है. न तो प्राइवेट स्तर पर वाहनों को फिटनेस मिल पा रहा है और न ही जिला परिवहन कार्यालय में ही यह काम हो रहा है.

वाहन मालिकों को जा रहा नोटिस

मिली जानकारी के अनुसार चुनाव कार्य को लेकर जिला परिवहन कार्यालय की तरफ से वाहन मालिकों को नोटिस भेजा जा रहा है. इस कड़ी में जिन वाहनों का फिटनेस फेल हो चुका है, उनके मालिक परेशान हैं.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आज ट्रक ऑनर एसोसिएशन व बस मालिक एसोसिएशन की बैठक जिला परिवहन कार्यालय में होनी है. इसके बाद वाहनों के मालिक जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात रखेंगे. बात उठ रही है कि अनफिट गाड़ियों पर सवार होकर मतदान कर्मी अगर चुनाव कराने जाते हैं और कोई घटना-दुर्घटना घट जाती है तो जिम्मेदारी कौन लेगा?

चुनावी काम में अनफिट गाड़ियों से होगी बाधा

अनफिट गाड़ी पर सवार लोगों को बीमा के पैसे कैसे मिलेंगे? इसी डर की वजह से परिवहन विभाग ऐसी गाड़ियों को नही लेना चाह रही है. सवाल यह भी है कि अगर ऐसी गाड़ियों को नहीं लिया गया तो चुनाव कार्य में गाड़ियों की संख्या कम पड़ सकती है. परिवहन विभाग के अनुसार, फिटनेस का काम मुख्यालय के स्तर से ही पिछले दो-तीन महीने से बंद है. इसको लेकर मुख्यालय को लगातार विभिन्न स्तर से पत्र भेजा जा रहा है.

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ये फिटनेस सेंटर बंद

जानकारी मिली है कि नवगछिया स्थित फिटनेस सेंटर (मेसर्स बीके कंस्ट्रक्शन फिटनेस सेंटर) बंद है. नियम के अनुसार किसी भी वाहन का फिटनेस प्रमाणपत्र सिर्फ निर्धारित शुल्क जमा करने व आवश्यक परीक्षणों (ब्रेक टेस्ट, पॉल्यूशन टेस्ट, सस्पेंशन, लाइटिंग आदि) के बाद जारी किया जाता है. मेसर्स बीके कंस्ट्रक्शन फिटनेस सेंटर बंद होने के बाद परिवहन कार्यालय में फिटनेस सेंटर शुरू करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इस वजह से वाहन मालिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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