bhagalpur news. भागवत कथा से बदलते हैं भाव, भक्ति से मिलता है जीवन का सार
विक्रमशिला, न्यू शिवपुरी एवं न्यू विक्रमशिला कॉलोनी स्थित शिव मंदिर के पास चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के तीसरे दिन मंगलवार को गोनूबाबा धाम के कथावाचक श्रीपंकजाचार्यजी महाराज ने भक्ति का महत्व बताया.
विक्रमशिला, न्यू शिवपुरी एवं न्यू विक्रमशिला कॉलोनी स्थित शिव मंदिर के पास चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के तीसरे दिन मंगलवार को गोनूबाबा धाम के कथावाचक श्रीपंकजाचार्यजी महाराज ने भक्ति का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत एक पौराणिक ग्रंथ है, जिसके श्रवण से व्यक्ति के भाव और विचार शुद्ध होते हैं. कथावाचक ने कहा कि मनुष्य के भाव यदि पवित्र और जनकल्याणकारी हो, तो संपूर्ण सृष्टि उसके अनुकूल हो जाती है. भगवान के सानिध्य से जीवन में सुख, शांति और आनंद की त्रिवेणी प्रवाहित होती है. उन्होंने कहा कि संसार में किसी से आशा न रखना ही सबसे बड़ा सुख है. क्योंकि आशा ही दुख का प्रमुख कारण है. कथा के दौरान भरत चरित्र, अजामिल प्रसंग, प्रह्लाद चरित्र, नरसिंह अवतार, गजेंद्र मोक्ष, समुद्र मंथन और वामन अवतार का विस्तार से वर्णन किया गया. कथाओं और भजनों पर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे. इस मौके पर निभाष झा, आशुतोष मिश्रा, संकेत झा, दिवाकर मिश्रा, भवेश कुमार, राजाराम गुप्ता, तेज नारायण गुप्ता, स्वर्ण लता देवी, बबीता देवी, आशा देवी, पुष्पा देवी एवं महायज्ञ समिति के सदस्य सहित काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे. आयोजकों के अनुसार बुधवार को भगवान सीताराम विवाहोत्सव एवं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा.
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