Bhagalpur को मिलेगी कचरे के पहाड़ से मुक्ति, हर दिन 100 टन कचरे का होगा निपटान
भागलपुर शहर को मिलेगी कचरा से मुक्ति.
-आधुनिक एमआरएफ सेंटर निर्माण की तैयारी शुरू, साढ़े सात एकड़ जमीन पर बनेगा प्लांट
ब्रजेश, भागलपुरशहर में लगातार बढ़ते कचरे और डंपिंग ग्राउंड पर बन रहे पहाड़ से जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है. नगर निगम क्षेत्र में मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (एमआरएफ) बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है. इसके लिए केंद्र सरकार ने राशि स्वीकृत कर दी है, जबकि नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा निगम से मांगी गयी विस्तृत योजना पर सहमति भी प्रदान कर दी है. वहीं, जमीन के लिए जगदीशपुर सीओ से भी बात पक्की कर ली गयी है. साथ नगर निगम ने एजेंसी बहाली की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके बनने से प्रतिदिन 100 टन तक कचरे का निस्तारण होगा. कचरा सही तरीके से निपटाने से सड़कों और मोहल्लों में गंदगी कम नजर आयेगी. आसपास का माहौल साफ-सुथरा नजर आयेगा. वहीं, डंपिंग ग्राउंड में भी कचरे का पहाड़ खत्म होगा. सही निस्तारण से बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो जायेगा. स्वास्थ्य शाखा प्रभारी अजय शर्मा ने बताया कि कनकैथी में ही डंपिंग ग्राउंड के आसपास जगहों पर यह बनेगा. जमीन के लिए सीओ से बात हाे गयी है.
साढ़े सात एकड़ जमीन पर कनकैथी में बनेगा प्लांट
मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (एमआरएफ) करीब साढ़े सात एकड़ जमीन पर बनेगा. यह कनकैथी डंपिंग ग्राउंड के नजदीक कनकैथी में बनेगा. यहां गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग कर प्रतिदिन 100 टन तक कचरे का निस्तारण किया जायेगा. इतना ही नहीं, गीले कचरे से जैविक खाद भी तैयार की जायेगी, जिससे पर्यावरण को लाभ मिलेगा. पहले लीज पर जमीन ली जानी थी और इसके लिए निविदा भी जारी की गयी लेकिन, उसको रद्द कर दिया गया है.
क्यों है यह जरूरी
वर्तमान में भागलपुर में प्रतिदिन लगभग 250 मीट्रिक टन कचरा निकलता है. इसमें करीब 60 प्रतिशत गीला और 40 प्रतिशत सूखा कचरा होता है. अब तक प्रोसेसिंग प्लांट नहीं होने से पूरा भार डंपिंग ग्राउंड पर ही पड़ता है. एमआरएफ शुरू होने के बाद डंपिंग ग्राउंड पर दबाव कम होगा और कचरा प्रबंधन की समस्या काफी हद तक हल हो जायेगी.17 करोड़ 50 लाख से स्थापित होगा मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर
मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के निर्माण पर 17 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च होंगे. इस बड़े प्रोजेक्ट के लिए एजेंसी की बहाली शुरू हो गयी है. जारी निविदा का टेक्निकल बिड 17 अक्टूबर को खोला जायेगा. वहीं, प्रि-बिड मीटिंग 3 अक्तूबर को होगी. एजेंसियों के लिए टेंडर भरने की अंतिम तिथि 14 अक्तूबर निर्धारित की गयी है.
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