Bhagalpur News. एआइ के जरिये पकड़े गये 420 बिजली चोर, अबतक वसूले एक करोड़
एआइ के जरिये पकड़े गये 420 बिजली चोर.
बिजली बोर्ड एआइ तकनीक से लैस : दिल्ली कंट्रोल सिस्टम से मिल रही है संदिग्ध की सूची, फिर पकड़े जा रहे चोर
ब्रजेश, भागलपुरशहर में बिजली चोरी पर नियंत्रण के लिए एआइ तकनीक का इस्तेमाल अब असर दिखा रहा है. एआइ आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिये बिजली विभाग ने शहर के विभिन्न इलाकों में हुई बिजली चोरी का खुलासा किया है, जिनमें अब तक लगभग एक करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है. सिस्टम असामान्य बिजली की खपत, मीटर से छेड़छाड़ और अवैध कनेक्शन जैसी गतिविधियों को चिह्नित करता है. तकनीक से मिले इनपुट के आधार पर इंजीनियरों की टीम अचानक संदिग्ध उपभोक्ताओं के घर पहुंचकर जांच करती है. चोरी की पुष्टि होने पर कनेक्शन काटा जाता है, जुर्माना लगाया जाता है और गंभीर मामलों में एफआइआर तक दर्ज कराने का प्रावधान है.
संदिग्धों की जानकारी दिल्ली स्थित कंट्रोल सिस्टम से मिलती है, जहां डाटा एनालिसिस के बाद स्थानीय टीम कार्रवाई करती है. विभाग के अधिकारियों के अनुसार अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि बिजली चोरी पर सख्त नियंत्रण रखा जा सके.1300 संदिग्धों में से 1050 घरों की जांच पूरी, 40 फीसदी चोरी करते पकड़ाये
कंट्रोल सिस्टम से बिजली विभाग को 100-100 संदिग्ध उपभोक्ताओं की करीब 13 सूचियां प्राप्त हुई थी. सूची मिलते ही विभाग की ओर से ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान शुरू किया गया. अब तक 1050 संदिग्ध उपभोक्ताओं के घरों की जांच जा चुकी है, करीब 250 घरों की जांच अभी बाकी है. जांच के दौरान करीब 40 प्रतिशत मामलों में बिजली चोरी की पुष्टि हुई. यानी 1050 में से 420 घरों में अवैध रूप से बिजली उपयोग किया जा रहा था.पहले अनुमान पर होती थी जांच, 100 में केवल 2-3 मामले पकड़े जाते थे
बिजली विभाग पहले अनुमान के आधार पर घर पहुंचकर जांच करते थे. पहले 100 घरों की जांच में दो-तीन मामलों में ही चोरी पकड़ी जाती थी. इस सिस्टम के तहत 100 घरों की जांच में लगभग 40 मामलों में बिजली चोरी पकड़ी जा रही है.
इन मुहल्लों में पकड़ाये हैं एआइ से बिजली चोर
मिराजनहाट, मोहद्दीनगर, बबरगंज, बरारी, भीखनपुर, मुंदीचक, खरमनचक, खलीफाबाग, मोजाहिदपुर, वारसलीगंज, रामनगर, मीराचक, तिलकामांझी, सच्चिदानंदनगर कॉलोनी, कमलनगर कॉलोनी, शिवपुरी कॉलोनी, बाल्टी कारखाना, अलीगंज, कोतवाली, उर्दूबाजार, तातारपुर, नाथनगर, चंपानगर सहित दर्जनों मोहल्ले में संदिग्धों के यहां जांच की गयी है और बिजली चोरी पकड़ी गयी है.
कोट
एआइ तकनीक से बिजली चोरों को पकड़ने में काफी मदद मिल रही है. संदिग्ध बिजली चोरों की नयी सूची आने वाली है. बिजली चोरों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा. उपभोक्ताओं को बिजली चोरी किसी भी परिस्थिति में नहीं करनी चाहिये.पंकज कुमार, कार्यपालक अभियंताविद्युत आपूर्ति डिवीजन, भागलपुर (शहरी)
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
