आह्वान. धानुक सम्मेलन में बोले पदम पराग वेणु, समाज के लोग हों एकजुट

भागलपुर: धानुक समाज को अपनी पहचान नहीं छुपानी चाहिए, इससे उनकी ही हानि हो रही है. समाज के लोगों को एकजुट होने की जरूरत है, तभी सरकार में उनकी बात सुनी जायेगी. उक्त बातें आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु के पुत्र विधायक पदम पराग वेणु ने रविवार को टाउन हॉल में मुख्य अतिथि के रूप […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 13, 2015 10:19 AM
भागलपुर: धानुक समाज को अपनी पहचान नहीं छुपानी चाहिए, इससे उनकी ही हानि हो रही है. समाज के लोगों को एकजुट होने की जरूरत है, तभी सरकार में उनकी बात सुनी जायेगी.
उक्त बातें आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु के पुत्र विधायक पदम पराग वेणु ने रविवार को टाउन हॉल में मुख्य अतिथि के रूप में कही. अखिल भारतीय धानुक एकता मंच की ओर से फणीश्वर नाथ रेणु की पुण्यतिथि सह धानुक सम्मेलन को वह संबोधित कर रहे थे. सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल के पुत्र भरत भूषण मंडल ने किया. श्री मंडल ने कहा कि पूरे बिहार में अत्यंत पिछड़ी जातियों में धानुक जाति की आबादी पहले स्थान पर है. बावजूद सत्ता में भागीदारी एक प्रतिशत भी नहीं है. इसका मूल कारण समाज के लोगों का असंगठित होना है. मंच संयोजक अशोक कुमार राय ने कहा कि धानुक जाति को अन्य प्रदेशों की अपेक्षा बिहार में भी अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलना चाहिए. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रो ललित मंडल, प्रो राम अवतार मंडल, प्रो संत लाल मंडल, सुरेश मंडल, परमेश्वर मंडल थे. कार्यक्रम में शशि शंकर राय, डॉ सुबोध मंडल, पप्पू राय, अंजनी कुमार राणा, ओम प्रकाश राय, शंभु कुमार मंडल, रंजीत मंडल, शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, बद्री मंडल, विनोदी मंडल, अजीत मंडल, रमण सिंह, अरुण सिंह आदि का योगदान रहा.
सम्मेलन में की मांग. इसी दौरान पटना में फणीश्वर नाथ रेणु की आदम कद की प्रतिमा लगाने, शहीद रामफल मंडल के शहादत दिवस पर सरकारी छुट्टी घोषित करने, धानुक जाति को राजनीति में समान भागीदारी देने की मांग की गयी.

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