मेडिकल कचरे को खुले में जलाने से हवा हो रही दूषित
प्रखंड क्षेत्र में हाल के दिनों में दर्जनों की संख्या में कुकुरमुत्ते की तरह अवैध क्लिनिकों का संचालन हो रहा है.
इंसान व जानवर, दोनों के लिए है हानिकारक
अजय कुमार झा, बाराहाट. प्रखंड क्षेत्र में हाल के दिनों में दर्जनों की संख्या में कुकुरमुत्ते की तरह अवैध क्लिनिकों का संचालन हो रहा है. ऐसे क्लिनिकों में रोजाना भारी मात्रा में मेडिकल कचरा बाहर निकल रहे हैं, जो इंसान तो इंसान, जानवरों के लिए भी हानिकारक साबित हो रहे हैं. ऐसे मेडिकल कचरे से जहां जानवर संक्रमित हो रहे हैं, वहीं आमजन भी कहीं से सुरक्षित नहीं है. इसके बाद जब इन मेडिकल कचरे का निस्तारण खुले आसमान में आग जलाकर नष्ट किया जाता है, तो इन कचरों के जलने के बाद निकलने वाले विषैला धुएं और दुर्गंध से पूरा वातावरण दूषित हो जाता है, जिससे आस-पड़ोस में रहने वाले आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे अवैध क्लिनिक खास तौर पर बाराहाट मुख्य बाजार और इसके आसपास संचालित हो रहे हैं, उनकी बड़ी तादाद क्षेत्र के संगठित बाजारों में भी देखी जा सकती है. जिन पर मुख्य तौर पर परिवार धोबनी चौक, महाराणाहाट, खड़ाहारा चौक शामिल हैं. इन छोटे बाजारों में कई अवैध क्लिनिकों का संचालन हो रहा है, जहां पर नियमित रूप से रोगियों की जांच-पड़ताल और शैल्य क्रियाएं हो रही है. यहां से निकलने वाले मेडिकल कचरे को इन क्लिनिकों के संचालक खपाने के लिए खुले आसमान में कचरे को आग के हवाले कर देते हैं, जिससे आवो-हवा पूरी तरह से दूषित हो रही है. शुक्रवार को भी पूरे दिन बाराहाट बाजार स्थित एक क्लीनिक के सामने उसके मेडिकल कचरे को आग के हवाले किया जा रहा था, जिससे वहां से गुजरने वाले राहगीर अपने नाक पर रुमाल रखकर ही गुजर पा रहे थे. मेडिकल कचरे के जलने से दुर्गंध इतनी फैली हुई थी कि लोगों को चलना दुश्वार हो रहा था. समय-समय पर अवैध क्लिनिकों के संचालन और उनके संचालकों पर कार्रवाई की जाती रही है. मेडिकल कचरे को खुले आसमान में जलाना पूरी तरह से पर्यावरण के खिलाफ है. इस मामले में जांच के बाद संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.डॉ श्यामसुंदर दास, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीB
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