खेल से अनुशासन के साथ शरीर भी रहता है स्वस्थ : डीआइजी

देव वैली ग्लोबल स्कूल में स्पोर्ट्स फेस्ट का आयोजन, विभिन्न खेल प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखायी अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा

By SUJIT KUMAR | November 19, 2025 7:25 PM

देव वैली ग्लोबल स्कूल में स्पोर्ट्स फेस्ट का आयोजन विभिन्न खेल प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा फोटो नंबर-17- डीआईजी डॉ सत्यप्रकाश को सम्मानित करते निदेशक डॉ शंभुनाथ सिंह 17ए-मार्च पार्स्ट में शामिल विद्यार्थी 18-लंबी दौड़ में शामिल प्रतिभागी प्रतिनिधि, औरंगाबाद/कुटुंबा. मानव जीवन में खेल की भूमिका अहम है. खेल से अनुशासन की सिख मिलती है व शरीर स्वस्थ रहता है. ये बातें शाहाबाद के डीआइजी डॉ सत्यप्रकाश ने कही. वे बुधवार को एरका कालोनी स्थित देव वैली ग्लोबल स्कूल में आयोजित स्पोर्ट्स फेस्ट प्रतियोगिता को संबोधित कर रहे थे. उन्होने कहा कि खेल भी एक विद्या है और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चो के लिए अपार संभावनाए है. खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ डीआइजी ने किया. इस दौरान विद्यालय के बच्चों ने विभिन्न खेल प्रतियोगिता में अपना जलवा दिखाया. विद्यालय के शिक्षक व मैनेजिंग डायरेक्टर ने खेल प्रतियोगिता के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. बच्चों ने कबड्डी, वॉलीबॉल, दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद समेत अन्य विधाओं में भाग लिया. विद्यालय द्वारा मनोनीत निर्णायक दल द्वारा सफल प्रतिभागियों का चयन किया गया. बेहतर करने वाले बच्चों को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र व संचालन साहित्यकार धनंजय जयपुरी ने किया. डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि शिक्षा मनुष्य जीवन के सर्वोत्तम संस्कार है. एक मनुष्य शिक्षित होकर संपूर्ण समाज को शिक्षा के उच्च मानदंड को उनके सम्मुख रखकर अन्य लोगों को इससे जोड़ने का काम करता है. उन्होंने कहा कि खेल मनुष्य जीवन की युवावस्था का अनमोल उपहार है.आज खेल केवल मनोरंजन का साधन न रहकर संपूर्ण विश्व को प्रतिभा से परिचय कराने का माध्यम बन चुका है. संस्था के निदेशक शंभूनाथ पांडेय ने कहा कि जीवन में उन्होंने सामाजिक कल्याण के लिए शिक्षा के क्षेत्र को चुना. उन्होंने कहा कि वह चाहते तो विभिन्न क्षेत्र में आगे बढ़कर ऑर्थोपार्जन कर सकते थे. बचपन से हीं शिक्षा की ओर उनका झुकाव उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में समाज को आगे बढ़ने का अवसर दिया है. उन्होंने बच्चों से कहा कि मुख्य अतिथि डॉ सत्यप्रकाश डीआइजी शाहाबाद अत्यंत प्रतिभावान अधिकारी हैं. इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए आज देश के उच्च पद पर पहुंचे हैं.आप बच्चों को ऐसे विभूतियों के जीवन परिचय से सीख लेकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. साहित्यकार धनंजय जयपुरी ने कहा कि खेल संपूर्ण जीवन का एक यादगार यात्रा है जो जीवन भर उसकी यादों में जीने का सहारा पैदा करता है. मौके पर अधिवक्ता प्रेमेंद्र मिश्र, डीपी आरपी कॉलेज के प्राचार्य किशु त्रिपाठी, डीपी आरपी बीएड कॉलेज की प्राचार्य डॉ करुणा, लालदेव प्रसाद, सिंहेश सिंह, लव कुश प्रसाद सिंह, प्राचार्या अपराजिता चौबे, माधुरी आदि मौजूद थे. कार्यक्रम के अंत में बेहतर करने वाले प्रतिभागियों को मेडल व मेमेंटों के साथ पुरस्कृत किया गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है