मगध विश्वविद्यालय के वीसी करेंगे रामरूप मेहता महोत्सव का उद्घाटन
AURANGABAD NEWS.राज्य के भव्यतम सांस्कृतिक व खेल आयोजनों में शामिल रामरूप मेहता महोत्सव का उद्घाटन आगामी दो जनवरी को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिप्रताप शाही करेंगे. यह जानकारी महोत्सव की संयोजक सुषमा पांडेय ने दी.
हर साल दो जनवरी को होता है समारोह का आयोजन, बिहार के भव्यतम कार्यक्रमों में प्रसिद्ध है महोत्सव
फोटो नंबर-6-शहीद रामरूप मेहता का फाइल फोटो प्रतिनिधि, गोहराज्य के भव्यतम सांस्कृतिक व खेल आयोजनों में शामिल रामरूप मेहता महोत्सव का उद्घाटन आगामी दो जनवरी को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिप्रताप शाही करेंगे. यह जानकारी महोत्सव की संयोजक सुषमा पांडेय ने दी. उन्होंने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन उच्च विद्यालय हसपुरा के क्रीड़ा मैदान में होगा. कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 के महोत्सव का उद्घाटन भी कुलपति डॉ शाही ने ही किया था. महोत्सव के अध्यक्ष अरविंद कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष मणिकांत पांडेय और उपाध्यक्ष अनीश केसरी ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की दिशा में एक नयी पहल की जा रही है. शहीद रामरूप मेहता की जयंती पर आयोजित 46वें महोत्सव में पहली बार महिला टीमों के बीच फुटबॉल का मुकाबला होगा. मुजफ्फरपुर व बेतिया की टीम के बीच आमने-सामने मुकाबला होगा.प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी होंगे शामिल
महोत्सव में प्रशासनिक और पुलिस महकमे की भी विशेष भागीदारी रहेगी. कार्यक्रम में दाउदनगर एसडीओ अमित राजन, एसडीपीओ अशोक कुमार दास, गोह थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार, बंदेया थानाध्यक्ष सूरज कुमार, उपहारा थानाध्यक्ष विकास कुमार, देवकुंड थानाध्यक्ष मनीष कुमार, हसपुरा थानाध्यक्ष दिनेश कुमार और इंस्पेक्टर सुनील कुमार की उपस्थिति प्रस्तावित है. प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी से आयोजन को लेकर सुरक्षा एवं व्यवस्था और सुदृढ़ रहने की उम्मीद है.45 वर्षों से लगातार हो रहा आयोजन
गौरतलब है कि रामरूप मेहता महोत्सव का आयोजन बीते 45 वर्षों से लगातार किया जा रहा है. समाजवादी नेता रामरूप मेहता की 16 मार्च 1980 को शहादत के बाद, उनकी जयंती पर दो जनवरी को वर्ष 1981 से यह समारोह आयोजित होता आ रहा है. साढ़े चार दशकों में यह महोत्सव अब मगध की सांस्कृतिक पहचान बन चुकी है. हर वर्ष इसमें 40 से 50 हजार तक दर्शक शामिल होते हैं.कई दिग्गज हो चुके हैं शामिल
महोत्सव में अब तक जननायक कर्पूरी ठाकुर, कई मंत्री, सांसद, विधायक, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शशिप्रताप शाही, वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार, सुपर 30 के संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार समेत कई नामचीन हस्तियां शिरकत कर चुके हैं.कौन थे शहीद रामरूप मेहता
शहीद रामरूप मेहता हसपुरा प्रखंड के बिरहारा गांव के निवासी थे. विद्यार्थी जीवन में ही वे विनोबा भावे के भूदान आंदोलन से जुड़े. बाद में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के साथ सर्वोदय आंदोलन और ग्राम निर्माण मंडल अभियान में सक्रिय भूमिका निभायी. उनकी राजनीतिक यात्रा डॉ राममनोहर लोहिया की संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से शुरू हुई. आपातकाल के दौरान वे भूमिगत रहकर जेपी आंदोलन में सक्रिय रहे. 16 मार्च 1980 को राजनीतिक विरोधियों द्वारा उनकी हत्या करवा दी गयी. जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रेरणा से उनके सहयोगियों ने वर्ष 1981 से उनकी जयंती पर इस महोत्सव की शुरुआत की, जो आज भी निरंतर जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
