वंदे मातरम् स्मरणोत्सव से जीवंत रहता है राष्ट्रप्रेम और सांस्कृतिक मूल्य : प्रमुख
राष्ट्रगीत वंदे मातरम् की 150 वीं वर्षगांठ पर सेंट जेवियर्स हाइ स्कूल के बच्चों ने निकाली देशभक्ति रैली
राष्ट्रगीत वंदे मातरम् की 150 वीं वर्षगांठ पर सेंट जेवियर्स हाइ स्कूल के बच्चों ने निकाली देशभक्ति रैली
कुटुंबा. राष्ट्रप्रेम व सांस्कृतिक मूल्यों को जीवंत रखने के लिए वंदे मातरम् स्मरणोत्सव जरूरी है. ये बातें प्रमुख धर्मेंद्र कुमार ने कही. वे सेंट जेवियर्स हाइ स्कूल अंबा द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत ही नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय चेतना और भारतीय मूल्यों की पहचान का प्रतीक है. यह गीत दर्शाता है कि हमारी संस्कृति परंपरागत और मुल्क सुरक्षित है. बुधवार को विद्यालय के बच्चों द्वारा राष्ट्रगीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर देशभक्ति रैली निकाली गयी. रैली स्कूल परिसर से चलकर सतबहिनी मंदिर होते हुए खेल मैदान तक पहुंची, जहां सभा का आयोजन किया गया. रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने राष्ट्रीय ध्वज, रंगीन बैनर और देशभक्ति के नारों से सुसज्जित तख्तियों के साथ पूरे मार्ग में राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया. वंदे मातरम, भारत माता की जय और जय हिंद के नारों से इलाका गुंज उठा. स्कूल के हेडमास्टर एसपी सिंह के नेतृत्व में आयोजित रैली में प्रमुख धर्मेंद्र कुमार के साथ-साथ डॉ नरेश मेहता, वीरेंद्र गुप्ता समेत कई लोग शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन अकादमिक समन्वयक आकाश श्रीवास्तव ने किया. वक्ताओं ने वंदे मातरम् के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1876 में महान साहित्यकार बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा बना. यह गीत केवल शब्दों का समूह नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की आत्मा में बसी देशभक्ति की अमर गाथा है. शिक्षक डॉ अमित शंकर ने कहा कि यह आयोजन विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम, सांस्कृतिक जागरूकता और नागरिक दायित्व की भावना को सुदृढ़ करने का एक सशक्त माध्यम है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है और विद्यालय इसी क्रम में विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर रहा है.सशक्त राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने की जरूरत
विद्यालय के निदेशक राहुल कुमार गुप्ता ने कहा कि सेंट जेवियर्स हाई स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ विद्यार्थियों में संस्कार, मूल्य और राष्ट्रप्रेम की भावना विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. विद्यालय नियमित रूप से शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है. वक्ताओं ने कहा कि बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं. उनकी जिम्मेदारी केवल नारे लगाने या देशभक्ति गीत गाने भर तक सीमित नहीं है, बल्कि दैनिक आचरण, कर्तव्यपालन और समाज के प्रति सशक्त नागरिक बनने की भी है. मौके पर विद्यालय के आशुतोष आदित्य, निलेश कुमार, नितेश कुमार, उज्ज्वल वर्मा, सपना कुमारी, दिव्यानी सिंह, अमीषा कुमारी, आयुषी पांडेय आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
