घर में चल रही थी चचेरी बहन की मेंहदी की रस्म, भाई की दुर्घटना में मौत

माली में खैरा गांव के युवक की दुर्घटना में गयी जान, परिजनों ने जतायी हत्या की आशंका

By SUJIT KUMAR | November 28, 2025 3:56 PM

औरंगाबाद कार्यालय. नवीनगर प्रखंड के माली बाजार से चंद कदम पहले नहर के समीप दुर्घटना में 23 वर्षीय युवक की मौत हो गयी. घटना गुरुवार रात की है. शुक्रवार की सुबह युवक का शव सड़क किनारे गड्ढे में मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी. दुर्घटना और हत्या के बीच का मामला चर्चा के केंद्र में रहा. मृतक की पहचान सोनवर्षा खैरा गांव निवासी सुनील सिंह के पुत्र सूर्यमनी कुमार के रूप में हुई है. शुक्रवार की दोपहर 12 बजे के करीब माली थाने की पुलिस ने औरंगाबाद में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. पोस्टमार्टम हाउस पर रहे मृतक के चाचा व पूर्व मुखिया सत्येंद्र नारायण सिंह, विश्वजीत सिंह, मंटू सिंह, बब्लू सिंह आदि लोगों ने कहा कि सूर्यमनी की मौत के पीछे कुछ साजिश की आशंका है. शव पर दिख रहे चोट के निशान और क्षतिग्रस्त बाइक से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसे जान-बूझकर किसी वाहन से रौंदा गया. उसके गले से सोने के दो चेन भी गायब है. हालांकि, पुलिस दुर्घटना और हत्या के बीच की मामले की पड़ताल कर रही है.

शादी की खुशियां बदली गम में

मृतक सूर्यमनी कुमार की चचेरी बहन यानी विंध्याचल सिंह की बेटी की शादी की तैयारी में पूरा घर परिवार लगा हुआ था. गुरुवार की रात मेहंदी की रस्म हो रही थी. शुक्रवार को मड़वा और शनिवार को घर में बारात आने वाली थी. एक तरफ मेहंदी की रस्म चल रही थी तो दूसरी तरफ लड़की के चचेरे भाई का शव माली नहर रोड पर पडा हुआ था. हालांकि, उसकी मौत की सूचना घर वालों को नहीं थी. शुक्रवार की सुबह जब शव मिलने की जानकारी हुई तो घर में खुशी की जगह चीत्कार गूंज उठा.

मन्नतों के बाद सूर्यमनी का हुआ था जन्म, पांच बहनों का इकलौता था भाई

खैरा गांव में सुनील सिंह के पुत्र सूर्यमनी कुमार की मौत के बाद घर में नहीं बल्कि गांव में मातम पसर गया. वह पांच बहनों का इकलौता भाई और अपने मां-बाप का इकलौता पुत्र था. ग्रामीणों ने बताया कि माता-पिता ने एक पुत्र के लिए भगवान के दरबार में कई बार मत्था टेका. दूर-दूर के क्षेत्रों में पूजा-पाठ कर पुत्र की मनोकामना मांगी. पांच बेटियों के बाद सुनील सिंह को एक बेटा हुआ. अचानक 22 साल बाद उनके सपने बिखर गये और मनौती का बेटा काल के गाल में समा गया. बड़ी बात यह है कि सूर्यमनी के पिता दिव्यांग है और बेटे पर ही परिवार की जिम्मेवारी निर्भर थी.

कैसे हुई घटना

घटना से संबंधित मिली जानकारी के अनुसार सूर्यमनी कुमार कुछ साथियो के साथ गुरुवार की रात वह अपने घर पहुंचा. साथियों को छोड़कर किसी व्यक्ति की बाइक लेकर पुन: घर से निकल पड़ा. उस वक्त रात के आठ बज रहे थे. अब वह बाइक से कहां जा रहा था और किसलिए जा रहा था यह किसी को जानकारी नहीं थी. किसी ने इस पर ध्यान भी नहीं दिया. क्योंकि, घर में मेहंदी की रस्म चल रही थी. संभावना जतायी जा रही है कि माली बाजार से पहले अज्ञात वाहन ने उसे रौंद दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. पूरी रात शव उसी जगह पर पड़ा रहा. अहले सुबह कुछ लोगों ने नहर रोड पर शव होने की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर आगे की प्रक्रिया पूरी करायी. माली थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है