शमशेर खान के मकबरे की कब्र क्षतिग्रस्त, पुलिस ने गठित की एसआइटी
घटना के बाद मकबरे के चारों दरवाजों को सील कर दिया गया
घटना के बाद मकबरे के चारों दरवाजों को सील कर दिया गया
दाउदनगर. शमशेरनगर स्थित ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण शमशेर खान के मकबरे में स्थित एक कब्र को क्षतिग्रस्त किये जाने के मामले में पुलिस ने दाउदनगर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है. औरंगाबाद पुलिस द्वारा जारी प्रेस बयान के अनुसार, दाउदनगर थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि शमशेर खान के मकबरे की मजार को कुछ असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है. सुसंगत धाराओं में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. कांड की गंभीरता को देखते हुए औरंगाबाद एसपी के निर्देशन में दाउदनगर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया. गठित एसआइटी द्वारा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन, तकनीकी विश्लेषण और सूचना संकलन की कार्रवाई जारी है. पुलिस ने आश्वासन दिया कि इस कांड में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी जल्द ही सुनिश्चित की जायेगी. प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात असामाजिक तत्वों द्वारा शमशेर खान के मकबरे में स्थित एक कब्र को क्षतिग्रस्त किया गया. इस संबंध में मकबरे के स्टाफ राजेश कुमार ने थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. घटना की सूचना मिलने पर दाउदनगर एसडीपीओ अशोक कुमार दास और थानाध्यक्ष विकास कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की. घटना के बाद मकबरे के चारों दरवाजों को सील कर दिया गया है. प्लाईवुड की मदद से इसे बंद किया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति परिसर में प्रवेश न कर सके. थानाध्यक्ष ने बताया कि तकनीकी अनुसंधान जारी है.मकबरे का महत्व और सुरक्षा व्यवस्था
ज्ञात हो कि शमशेरनगर का मकबरा नहर पुल के पास स्थित है. यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के नियंत्रणाधीन है और केंद्रीय संरक्षित स्मारक है. इसका रख-रखाव, जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा कराया जाता है. मकबरा परिसर में आमतौर पर सन्नाटा पसरा रहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मकबरा परिसर और आसपास के क्रीड़ा स्थल पर शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है. हालांकि मकबरा पुरातत्व विभाग के अधीन आता है और सुरक्षा के लिए गार्डों की बहाली की गई है, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार एक गार्ड सुबह आकर झाड़ू लगाकर चला जाता है, जबकि दो अन्य गार्डों को आज तक किसी ने नहीं देखा. ज्ञात हो कि शमशेर खान के मकबरे के जीर्णोद्धार को लेकर विधानसभा में भी आवाज उठायी जा चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
