बारुण-नवीनगर प्रखंड में फ्लाई ऐश से स्थानीय लोगों की मुश्किलें
बिजली परियोजनाओं की राख से सड़क, स्वास्थ्य व यातायात पर असर
बारुण. बारुण व नवीनगर प्रखंडों की सीमा पर स्थित बिजली परियोजनाओं से निकलने वाले फ्लाई ऐश के कारण स्थानीय लोगों को लगातार गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क पर गिरने वाली राख व उससे फैलने वाला प्रदूषण आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है. फ्लाई ऐश ढोने वाले भारी वाहनों से गीला राख बारुण-नवीनगर मुख्य सड़क पर गिरता रहता है, जो सूखने के बाद उड़ने लगता है और पूरे इलाके में कोहरे जैसी स्थिति उत्पन्न कर देता है. इससे वाहन चालकों और राहगीरों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रदर्शन और सड़क जाम के बाद भी समस्या जस की तस
फ्लाई ऐश से हो रही परेशानियों को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर बिजली कंपनियों और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. यही नहीं, सड़क जाम कर रोक लगाने की मांग भी की गयी. हालांकि, प्रदर्शन के बाद कुछ दिनों तक हालात सामान्य रहे, लेकिन इसके बाद फिर से फ्लाई ऐश गिरने और उड़ने की समस्या शुरू हो गयी.
एनपीजीसीएल व बीआरबीसीएल से होता है फ्लाई ऐश का परिवहन
बारुण-नवीनगर सीमा क्षेत्र में एनपीजीसीएल व बीआरबीसीएल नामक दो प्रमुख बिजली परियोजनाएं स्थित हैं, जिनसे रोजाना बड़ी संख्या में फ्लाई ऐश लदी ट्रक और हाइवा का परिचालन होता है. वाहनों से सड़क जाम की समस्या हर दिन बन रही है. दूसरी तरफ आम लोग भी परेशान हैं. लगातार भारी वाहनों के आवागमन के कारण बारुण-नवीनगर मुख्य सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे आम लोगों को बाजार जाने और रोजमर्रा के काम निपटाने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है.
एनपीजीसीएल की पहल : तय समय में राख ढुलाई पर रोक
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनपीजीसीएल प्रबंधन ने दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक फ्लाई ऐश ढोने वाले वाहनों पर नो एंट्री लागू कर दी है. इस समयावधि में एनपीजीसीएल से कोई भी राख लदी गाड़ी बाहर नहीं निकलेगी. यह जानकारी नरारी कला खुर्द थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने दी है.
बीआरबीसीएल में नो एंट्री नहीं, खतरा बरकरार
एनपीजीसीएल में निर्धारित समय के लिए नो एंट्री लागू कर दी गई है, वहीं बीआरबीसीएल प्रबंधन द्वारा अब तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इसके कारण बीआरबीसीएल से फ्लाई ऐश लदी ट्रक और हाइवा लगातार सड़कों पर दौड़ रही हैं, जिससे प्रदूषण और दुर्घटना का खतरा बना हुआ है.
स्थायी समाधान की मांग, प्रशासन से सख्ती की अपील
स्थानीय निवासी कुंदन कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक गुप्ता, रंजन गुप्ता और सुनील सिंह सहित अन्य लोगों का कहना है कि फ्लाई ऐश की समस्या का स्थायी समाधान जरूरी है. लोगों ने एनपीजीसीएल की पहल को सकारात्मक बताते हुए प्रशासन से मांग की है कि बीआरबीसीएल पर भी सख्ती से नो एंट्री लागू की जाए और फ्लाई ऐश परिवहन के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाये, ताकि बारुण–नवीनगर प्रखंड क्षेत्र के लोगों को इस गंभीर समस्या से राहत मिल सके.
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