कब्रिस्तान की घेराबंदी के विवाद पर आक्रोश, लोजपा नेता ने ग्रामीणों से किया संवाद
रफीगंज प्रखंड के कजपा पंचायत के जाखिम में आम गैरमजरूआ स्थान पर कब्रिस्तान की घेराबंदी का मामला विवादों में पड़ गया
रफीगंज. रफीगंज प्रखंड के कजपा पंचायत के जाखिम में आम गैरमजरूआ स्थान पर कब्रिस्तान की घेराबंदी का मामला विवादों में पड़ गया. कहा जा रहा है कि उक्त स्थान वर्षों से गांव के सभी समुदायों के लिए साझा और सार्वजनिक उपयोग की भूमि रही है. जब इस भूमि को एकपक्षीय रूप से कब्रिस्तान घोषित कर घेराव शुरू किया गया, तो गांव के तमाम लोगों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया. ग्रामीणों की सूचना पर लोजपा के प्रदेश महासचिव व रफीगंज से प्रत्याशी रहे प्रमोद कुमार सिंह पहुंचे और वहां मौजूद सभी ग्रामीणों से संवाद किया. लोगों की भावनाओं को समझते हुए शांति बनाये रखने की अपील की. उन्होंने सभी पक्षों को यह स्पष्ट किया कि गैरमजरूआ आमजमीन है जिस पर हर वर्ग का समान अधिकार है. ऐसे में बिना समुचित विचार-विमर्श और कानूनी प्रक्रिया के इस पर किसी एक पक्ष का कब्जा न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस विषय पर सर्वसम्मति बने और किसी भी प्रकार का विवाद या विभाजन गांव में न हो. उन्होंने सभी से निवेदन किया कि प्रशासन से विचार-विमर्श कर दस्तावेजों की पुष्टि के बाद ही आगे की कोई कार्यवाही हो. दलित महिला पुरुष से बातचीत कर पूरी घटना की जानकारी ली. तत्पश्चात प्रभारी अंचलाधिकारी रामकुमार रमन से बात कर एनओसी को जल्द रद्द करने की बात कही और काम रोकवाने की भी मांग उठायी. ठेकेदार से भी बातचीत की. उन्होंने ने कहा कि विधायक नेहालुद्दीन सिर्फ एक समुदाय को बढावा दे रहे हैं सिर्फ और सिर्फ कब्रिस्तान घेराबंदी पर विशेष कार्य कर रहे हैं. मौके पर अनिल मिश्रा, सरपंच समदर्शी सिंह, शशिभूषण मिश्रा, संजय सिंह, सुनीता देवी, नदिया देवी, द्वितीया देवी, बसंती देवी, कौशल्या देवी, जवाहर यादव, रविंद्र मेहता, हसन पासवान, शमशेर महतो, राहुल कुमार, राकेश कुमार, राकेश रिकियासन, दीप नारायण पासवान, गुड्डू साव, श्रुति देवी ज्ञांती देवी, रामरती देवी, मुनर्वा कुंवर के साथ सैकड़ों महादलित महिला-पुरुष मौजूद थे.
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