कोठीया टोला सिंहपुर गांव में विद्यालय नहीं, तो वोट नहीं का गूंजा नारा
AURANGABAD NEWS.ओबरा प्रखंड के कोठीया टोले सिंहपुर गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को विद्यालय का भवन नहीं, तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया. विरोध प्रदर्शन में बच्चे भी शामिल हुए. सरकार के खिलाफ नाराजगी जतायी.
गांव में नहीं है विद्यालय का भवन, तीन किमी दूर मध्य विद्यालय में कर दिया गया है मर्ज
छात्र-छात्राओं को आवागमन में होती है परेशानीप्रतिनिधि, ओबरा.
ओबरा प्रखंड के कोठीया टोले सिंहपुर गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को विद्यालय का भवन नहीं, तो वोट नहीं का नारा बुलंद किया. विरोध प्रदर्शन में बच्चे भी शामिल हुए. सरकार के खिलाफ नाराजगी जतायी. ग्रामीणों ने कहा कि गांव के सामुदायिक भवन में विद्यालय का संचालन होता था, लेकिन शिक्षा विभाग ने उक्त विद्यालय को तीन किलोमीटर दूर मध्य विद्यालय कोठीया में मर्ज कर दिया. अब स्थिति यह है कि गांव के बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान गांव में विद्यालय स्थापित करने को लेकर वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया था, जिसके बाद बीडीओ मो यूनुस सलीम, सीओ हरिहरनाथ पाठक सहित अन्य पदाधिकारियों ने गांव में पहुंचकर आश्वासन दिया था कि निश्चित रूप से चुनाव के बाद गांव में सरकारी विद्यालय के लिए भवन बनाये जायेंगे. पर, चुनाव के बाद संबंधित विभाग के पदाधिकारियों ने सुधि भी नहीं ली. अब ग्रामीण किसी पदाधिकारी की बात में नहीं आयेंगे और विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे.क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों ने कहा कि गांव महादलित परिवारों का है. लगभग 600 घर की बस्ती है, लेकिन गांव में अभी तक सरकारी विद्यालय का भवन नहीं है. यहां तक की गांव के लोग भवन निर्माण के लिए विद्यालय की जमीन भी देने को तैयार हैं ,लेकिन इस पर सुनवाई नहीं हो रही है. प्रदर्शन के दौरान स्कूली बच्चों ने भी विद्यालय नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाये.क्या कहती हैं प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
इधर, इस संबंध में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जूही कुमारी ने बताया कि कुछ दिन पहले सामुदायिक भवन से विद्यालय को कोठिया गांव स्थित सरकारी विद्यालय में मर्ज किया गया था. फिलहाल बच्चों को सुविधा के लिए पुनः सामुदायिक भवन यानी सिंहपुर गांव में विद्यालय सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है. ग्रामीणों ने जो आरोप लगाया है, वह बेबुनियाद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
