गेट स्कूल में जांच में कम मिली बच्चों की उपस्थिति, एचएम से जवाब तलब
गेट स्कूल व अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय का डीएम ने किया औचक निरीक्षण
गेट स्कूल व अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय का डीएम ने किया औचक निरीक्षण औरंगाबाद शहर. शहर के गेट स्कूल तथा अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने शुक्रवार को किया. शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक गुणवत्ता, उपस्थिति व्यवस्था तथा समग्र अनुशासन की स्थिति का आकलन करने के लिए उन्होंने औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में डीएम ने दोनों विद्यालयों में अटेंडेंस रजिस्टर, नामांकन विवरण, शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षाओं में चल रहे शिक्षण कार्य तथा विद्यालय से संबंधित अन्य अभिलेखों की भी गहन जांच की गई, जिसके आधार पर कई महत्वपूर्ण निर्देश विद्यालय प्रशासन को दिये गये. गेट स्कूल में निरीक्षण के दौरान छात्रों की अत्यंत कम उपस्थिति पाये जाने पर जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक से कठोर शब्दों में जवाब तलब किया और उपस्थिति में सुधार के लिए दैनिक समीक्षा की व्यवस्था करने को कहा. विद्यालय में विद्यार्थियों के वास्तविक नामांकन की तुलना में अत्यधिक संख्या में शिक्षकों की उपलब्धता पाए जाने पर डीपीओ स्थापना से विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया. अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी विभिन्न कक्षाओं में पहुंचे और छात्राओं की पढ़ाई, शिक्षण पद्धति तथा कक्षा-कक्ष की स्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया. कक्षा 11वीं में छात्राओं की उपस्थिति संतोषजनक पायी गयी, किंतु कक्षाओं में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं कमरों में पेंट नहीं होने पर उन्होंने प्रधानाध्यापक के प्रति कड़ा असंतोष जताया तथा सभी कक्षा-कक्षों को सुव्यवस्थित कर आवश्यक सुविधाएं तत्परता से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. विद्यालय परिसर में निर्माणाधीन भवन और शौचालयों के चलते फैली अव्यवस्था, गंदगी और असुरक्षित वातावरण की स्थिति पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि निर्माण एजेंसी और विद्यालय प्रशासन संयुक्त रूप से परिसर की साफ-सफाई, सुरक्षा तथा सुचारु शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करें ताकि छात्राओं के अध्ययन में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो. डीएम ने दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षण व्यवस्था में सुधार, उपस्थिति बढ़ाने, आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, परिसर की स्वच्छता और शैक्षणिक अनुशासन को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित मानकों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निरीक्षण के दौरान पायी गयी अनियमितताओं पर आगे भी निरंतर निगरानी रखी जायेगी और लापरवाही पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
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