विद्यार्थियों को मिले स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ, नोडल अधिकारी को लिखा पत्र
बीफार्मा लैटरल एंट्री छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिलने पर चिंता
औरंगाबाद नगर. बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल के निर्वाचित सदस्य विकास कुमार सिंह ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के पटना स्थित नोडल पदाधिकारी का ध्यान पत्र लिखकर आकृष्ट कराया है. पत्र में कहा गया है कि डी फार्मा से पास होने के बाद विद्यार्थी तीन वर्षीय बैचलर इन फार्मेसी (बीफार्मा) कोर्स करते हैं. 12वीं साइंस से पास आउट छात्रों को बी फार्म करने पर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ मिलता है, जबकि वही छात्र जो 12वीं साइंस पास कर दो वर्षीय डी फार्म कोर्स पूरा करके डायरेक्ट बी फार्मा के सेकेंड ईयर में प्रवेश लेते हैं, उन्हें अभी तक स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. विकास कुमार सिंह ने कहा कि लाभ नहीं मिलने के कारण अधिकांश विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं और आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते. इसके चलते वे ग्रेजुएट भी नहीं बन पाते हैं. बी फार्मा कोर्स करने के बाद नौकरी और रोजगार के कई विकल्प खुलते हैं. ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र जो अपनी पढ़ाई जारी रखना और भविष्य संवारना चाहते हैं, उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़कर लाभ दिया जाना चाहिए.
डीफार्मा छात्रों को भी मिले लाभ
विकास कुमार सिंह ने यह भी ध्यान आकृष्ट कराया कि डी फार्मा कर रहे छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सुविधा नहीं मिल पा रही है. उन्होंने बताया कि बिहार में 12वीं साइंस पास करने के बाद विद्यार्थी दो वर्षीय डी फार्म कोर्स करते हैं, जो फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त कॉलेजों में कराया जाता है. डी फार्मा कोर्स पूरा करने के बाद छात्र मेडिकल स्टोर, सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत रहते हैं. फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में भी इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहती है. ऐसे में डी फार्मा करने वाले छात्रों को भी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिलना चाहिए.
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