फेसर स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म के पास उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियां, यात्रियों को हो रही परेशानी
लेकिन छोटे स्टेशन पर कर्मचारियों की मनमानी व लापरवाही के कारण गंदगी व बड़ी-बड़ी झाड़ियां पनप रही है
फेसर. यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे बेहतर करने का दावा करती है. यात्रियों की सुविधा के लिए लग्जरी ट्रेनें चलायी जा रही है. हर छोटे- बड़े स्टेशनो की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन छोटे स्टेशन पर कर्मचारियों की मनमानी व लापरवाही के कारण गंदगी व बड़ी-बड़ी झाड़ियां पनप रही है. उदाहरण के तौर पर गया-डीडीयू रेलखंड पर स्थित फेसर स्टेशन के डाउन प्लेटफार्म को देखा जा सकता है. डाउन मेन लाइन के पश्चिम दिशा की ओर बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग आयी है, जिसकी सफाई महीनों से नहीं की गयी है. स्टेशन पर पौधों और घास की नियमित सफाई न होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है. फेसर में सबसे ज्यादा परेशानी मेल एक्सप्रेस के यात्रियों को होती है, क्योंकि कि मेल एक्सप्रेस के ज्यादातर यात्री जेनरल डब्बे में यात्रा करते है और वो डब्बे अक्सर ट्रेन के पीछे की तरफ होती है तथा ट्रेनों की लंबाई फेसर के प्लेटफार्म की लंबाई से ज्यादा होने के कारण ट्रेनें प्लेटफार्म के बाहर ही रुक जाती है. इससे यात्रियों को चढ़ने व उतरने समय उन्हें झाड़ियों का सामना करना पड़ता है. फेसर स्टेशन परिसर पर मौजूद रहे यात्री सरोज सिन्हा, मुकेश कुमार, चंदन कुमार, आशुतोष सिंह, रंजन सिंह, अजय कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, सिंटू कुमार आदि ने बताया कि घास और झाड़ियों की वजह से रेलवे ट्रैक के आसपास का क्षेत्र असुरक्षित हो गया है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गयी है. छोटे स्टेशनों पर भी नियमित रूप से घास-फूस और कचरे की सफाई सुनिश्चित की जानी चाहिए. यात्रियों और स्टेशन कर्मचारियों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जानी चाहिए, ताकि वे भी सफाई में सहयोग करें.
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