सत्येंद्र नारायण सिंह कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्र खोला जाना बेहतर
विश्वविद्यालय के नामकरण पर भी हो विचार
विश्वविद्यालय के नामकरण पर भी हो विचार अंबा. मगध विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा के नाम पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्र का शिलान्यास किये जाने पर बुधवार को जनता महाविद्यालय लभरी परसावां में खुशियां मनायी गयी. महाविद्यालय के शिक्षकों के साथ बैठक करते हुए प्राचार्य रामाश्रय सिंह उर्फ लोहा सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह का देन है. उनके प्रयास से 1962 में मगध विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी थी. विश्वविद्यालय की स्थापना में उनके योगदान को भुला नहीं जा सकता है. कुलपति प्रो प्रो शशि प्रताप सिंह व कुलसचिव डॉ विनोद कुमार के प्रयास से सत्येंद्र बाबू के नाम पर विश्वविद्यालय परिसर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर खोला जा रहा है. राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान व राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह द्वारा केंद्र का शिलान्यास किया गया है, यह बेहतर पहल है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का नामकरण भी सत्येंद्र बाबू के नाम पर करने की पहल की जानी चाहिए. लोगों ने कहा कि इसके लिए हस्ताक्षर अभियान चलाकर राज्यपाल, बिहार सरकार व मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को मांग पत्र सोने की जरूरत है. इसके लिए सामूहिक स्तर पर पहल की जायेगी. मगध विश्वविद्यालय का देन है कि आज ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे आसानी से उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं. इस मौके पर प्रो रूनी सिंह, प्रो नारेंद्र कुमार पांडेय, प्रो राजकुमार ज्वाला, प्रो वंदना सिंह, प्रो उपेंद्र सिंह, प्रो राजीव रंजन सिंह, प्रो जयराम सिंह, प्रो प्रीति कुमारी आदि थे.
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