सिंचाई सुविधा बहाल होने से किसानों को होगा लाभ, समय पर कार्य पूर्ण करें : डीएम
AURANGABAD NEWS.बारुण प्रखंड अंतर्गत सोन नदी से उद्वह सिंचाई के माध्यम से विशुनपुर उपवितरणी के शेष कमांड क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित कार्य योजना का स्थल निरीक्षण जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने रविवार को किया.
डीएम ने किया बारुण प्रखंड में सोन नदी से उद्वह सिंचाई योजना का निरीक्षण
फोटो नंबर-17- निरीक्षण करतीं जिलाधिकारीप्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर.बारुण प्रखंड अंतर्गत सोन नदी से उद्वह सिंचाई के माध्यम से विशुनपुर उपवितरणी के शेष कमांड क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचालित कार्य योजना का स्थल निरीक्षण जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा ने रविवार को किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्य की भौतिक प्रगति, तकनीकी पहलुओं, गुणवत्ता मानकों व समयबद्ध क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की और संबंधित पदाधिकारियों और कार्य एजेंसियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान की गयी घोषणा के आलोक में औरंगाबाद जिलांतर्गत “सोन नदी से उद्वह सिंचाई के माध्यम से विशुनपुर उपवितरणी के शेष कमांड क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने” की कार्य योजना की परिकल्पना की गयी थी. इस योजना के अंतर्गत जिले के नवीनगर और बारुण प्रखंड के कुल 2059 हेक्टेयर असिंचित कृषि क्षेत्र को उद्वह सिंचाई के माध्यम से सिंचाई सुविधा से आच्छादित किया जाना प्रस्तावित है. योजना के तहत सोन नदी में इनटेक वेल-सह-पंप हाउस का निर्माण कर 51 घनसेक जलश्राव का उद्वह किया जायेगा, जिसे विशुनपुर उपवितरणी के 19.82 किलोमीटर भाग और इससे निकलने वाली नरारीकला लघु नहर में फीड किये जाने का प्रावधान है.
योजना के पूर्ण होने पर इन गांवों को मिलेगा लाभ
योजना के पूर्ण क्रियान्वयन के बाद नवीनगर प्रखंड अंतर्गत नरारीकला, बेनीबिगहा, ससना सहित अन्य गांवों और बारुण प्रखंड अंतर्गत तेंदुआ, विशुनपुर, बाधा, सहसपुर, दरियाबाद, महदी, अंबा, लखैपुर, जंगीबिगहा, सदुरी सहित अन्य गांवों के कुल 2059 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में सिंचाई सुविधा सुनिश्चित की जा सकेगी. निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने संबंधित कार्य एजेंसियों को निर्देश दिया कि कार्य को निर्धारित मानकों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण ढंग से और समय-सीमा के भीतर पूर्ण किया जाए, ताकि क्षेत्र के कृषकों को शीघ्र लाभ प्राप्त हो और कृषि उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित हो. साथ ही जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी, बारुण और नवीनगर को इस कार्य योजना की सतत एवं प्रभावी मॉनीटरिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, ताकि कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता न हो और योजना का लाभ समय पर लक्षित कृषकों तक पहुंच सके.
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