शीतलहर से खतरे व बचाव की दी गयी जानकारी
बच्चों और बुजुर्गों में बीमार पड़ने की संभावना अधिक
बच्चों और बुजुर्गों में बीमार पड़ने की संभावना अधिक दाउदनगर. नवसृजित प्राथमिक विद्यालय इमामगंज, ओबरा में सुरक्षित शनिवार का आयोजन किया गया. जिसमें विद्यालय के प्रधान शिक्षक सुनील कुमार प्रजापति ने कहा कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में ठंड और शीतलहर का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों व आम जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. शीतलहर के दौरान शरीर का तापमान तेजी से गिर सकता है, जिससे सर्दी-खांसी, निमोनिया, हाइपोथर्मिया तथा अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. शीतलहर से होने वाले प्रमुख खतरे इस प्रकार हैं-अत्यधिक ठंड से शरीर में कंपकंपी व सुन्नता. बच्चों और बुजुर्गों में बीमार पड़ने की संभावना अधिक, खुले में काम करने वाले लोगों को विशेष जोखिम, कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. बचाव के उपाय बताते हुए कहा गया कि गर्म कपड़े पहनें. विशेषकर सिर, कान, हाथ व पैर ढककर रखें, सुबह-शाम अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें. गर्म पेय पदार्थ जैसे चाय, सूप आदि का सेवन करें. बच्चों को ठंड से बचाने के लिए स्कूल में विशेष सतर्कता बरतें. अलाव या हीटर का प्रयोग सावधानीपूर्वक करें. बीमार महसूस होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें. विद्यालय के शिक्षक के सी चंद्रेश कुमार जी ने संदेश दिया कि शीतलहर से बचाव के लिए सावधानी, जागरूकता और समय पर उपाय अत्यंत आवश्यक हैं. मौके पर विद्यालय के रिंकी कुमारी, डॉली कुमारी, प्रियंका कुमारी, साक्षी कुमारी, चंचला कुमारी, विक्की कुमारी, गोल्डेन कुमार, बबली कुमारी आदि छात्र छात्राएं उपस्थित थे.
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