नाटक में बच्चों ने सामाजिक समस्या पर भ्रष्टाचार किया करारा प्रहार
सेंट जेवियर्स हाइ स्कूल अंबा में स्पेशल असेंबली कार्यक्रम का किया गया आयोजन
सेंट जेवियर्स हाइ स्कूल अंबा में स्पेशल असेंबली कार्यक्रम का किया गया आयोजन
अंबा. भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन अपना पांव पसार रहा है. वर्तमान समय में भ्रष्टाचार केवल सरकारी दफ्तर तक ही सीमित नहीं है बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार व समाज के हर क्षेत्र में व्याप्त है. सेंट जेवियर्स हाई स्कूल अंबा के बच्चों ने इसका चित्रण सोमवार को नाटक के माध्यम से किया. विद्यालय में विशेष असेंबली के तहत आयोजित छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए भ्रष्टाचार जैसी गंभीर सामाजिक समस्या पर करारा प्रहार किया. बच्चों ने नाटक के माध्यम से बताया कि किस प्रकार भ्रष्टाचार हमारे समाज में फैला हुआ है, जो विकास में बाधक बना है. नाटक के अंत में प्रतिभागी बच्चों ने भ्रष्टाचार को मिटाने का सशक्त संदेश दिया. प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि भ्रष्टाचार के लिए केवल सरकार व सरकारी कर्मी ही नहीं बल्कि समाज के हर तबके के लोग जिम्मेदार है. यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में ईमानदारी अपना ले तो भ्रष्टाचार स्वतः समाप्त हो जायेगा. इस क्रम में इमान अपनाओ-भ्रष्टाचार हटाओ के नारे भी लगाये गये. उपस्थित अतिथि एवं शिक्षकों ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटक सराहना की. विद्यालय के निदेशक राहुल कुमार गुप्ता के नेतृत्व में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य एसपी सिंह व संचालन शैक्षिक समन्वयक आकाश श्रीवास्तव ने किया. कार्यक्रम के दौरान पूर्व में विद्यालय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता निबंध लेखन, वाद-विवाद, रंगोली, दीया सज्जा, कला एवं शिल्प, संगीत तथा पारंपरिक वेशभूषा प्रतियोगिता में कुल 26 छात्र-छात्राओं के बीच प्रमाण पत्र वितरण किया गया.बच्चों में नैतिकता का ज्ञान है जरूरी : निदेशक
विद्यालय के निदेशक ने कहा कि बच्चों में नैतिकता का ज्ञान जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधि से छात्रों में सामाजिक चेतना बढ़ती हैं. प्राचार्य ने कहा कि विद्यालय का उद्देश्य शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ साथ बच्चों के चरित्र निर्माण व नैतिक मूल्यों का विकास करना भी है. उन्होंने छात्रों से जीवन में ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा को सर्वोपरि रखने की सीख दी. अतिथि के रूप में उपस्थित शिक्षक विनय कुमार गुप्ता ने छात्रों को जीवन में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के महत्व पर प्रकाश डाला. शैलेंद्र कुमार सिंह ने समाज सेवा और नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया. वीरेंद्र गुप्त करवाल ने शिक्षा को समाज निर्माण का सशक्त माध्यम बताते हुए छात्रों को अनुशासित जीवन जीने की प्रेरणा दी. शिक्षक डॉ अमित शंकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
